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आमघर की रक्षा को बढ़ावा हेतु शैक्षिक मैत्री का आह्वान

संत पापा फ्राँसिस ने वैश्विक शैक्षिक मैत्री पहल जारी किया है ताकि परिपक्व व्यक्तियों का निर्माण करके मानवता के भविष्य को आकार दिया जा सके और पृथ्वी की देखभाल की जा सके।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 12 सितम्बर 2019 (रेई)˸ "ग्लोबल एजुकेशनल अलायंस को फिर से लागू करना" विषय पर चिंतन हेतु आगामी 14 मई 2020 को वाटिकन के पौल षष्ठम सभागार में एक सभा का आयोजन किया गया है।

वाटिकन प्रेस कार्यालय ने घोषणा की है कि संत पापा ने विभिन्न धर्मों, गैर-सरकारी संगठनों एवं संस्थानों के प्रतिनिधियों तथा सांस्कृतिक एवं राजनीतिक नेताओं को निमंत्रण दिया है कि वे इस सभा में भाग लें। संत पापा को इससे उम्मीद है कि शिक्षा पर वैश्विक प्रभाव को सहयोग मिलेगा।   

वार्ता का नवीनीकरण

संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार को वैश्विक शैक्षिक मैत्री पहल को एक संदेश भेजा जिसमें उन्होंने कहा कि "पहल युवाओं के साथ और उनके लिए हमारे समर्पण को प्रज्वलित करेगा। एक खुले और समावेशी शिक्षा के लिए हमारे उत्साह को नवीकृत करेगा तथा धीरज, सुनने, निर्माणात्मक वार्ता और बेहतर आपसी समझदारी को बढ़ावा देगा।"

उन्होंने कहा कि इसका लक्ष्य है एक नये वैश्विक एकात्मता और एक अधिक स्वीकारीय समाज के निर्माण को विकसित करेगा। संत पापा ने इस बात की ओर भी ध्यान आकृष्ट किया कि शिक्षा ही सकारात्मक बदलाव की ओर प्रेरित करने की कूँजी है।  

एक शैक्षिक गाँव

संत पापा ने संदेश में कहा, "इससे पहले कभी भी व्यापक शैक्षिक मैत्री में हमारे प्रयासों को एकजुट करने की कोशिश नहीं की गयी थी कि विभाजन और दुश्मनी पर काबू पाने में सक्षम परिपक्व व्यक्तियों का निर्माण किया जाए तथा एक अधिक भ्रातृपूर्ण मानवता के लिए रिश्तों के ताने-बाने को बहाल किया जाए।"

अफ्रीकी कहावत का हवाला देते हुए संत पापा ने कहा, "एक बच्चे को शिक्षित करने के लिए पूरे गाँव का सहारा लेना पड़ता है।" संत पापा ने "शैक्षणिक गाँव" के निर्माण का आह्वान किया।

इस प्रणाली में "खुले, मानवीय रिश्तों का नेटवर्क" बनाने के लिए हरेक व्यक्ति अपनी भूमिका के अनुसार भाग लेता है।

संत पापा ने इसे गठबंधन कहा जो व्यक्ति के सभी पहलुओं को एकीकृत और सम्मानित करता है, शिक्षा और शिक्षक, विद्यार्थी एवं उनके परिवारों के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को जोड़ता है एवं नागरिक समाज अपने बौद्धिक, वैज्ञानिक, कलात्मक, एथलेटिक, राजनीतिक, व्यापार और उदार आयामों द्वारा जुड़ते हैं। संत पापा ने शैक्षणिक गाँव के निर्माण हेतु कई चरणों के बारे बतलाया।

भाईचारा का रास्ता

संत पापा ने कहा कि इस योजना में सफल होने के लिए भाईचारा को बढ़ने का स्थान दिया जाना चाहिए तथा भेदभाव को दूर करना चाहिए। यही कारण है कि उन्होंने मानवीय भाईचारा पर अबू धाबी में अल अजहर के ग्रैंड इमाम के साथ एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किया था।

संत पापा ने कहा कि पहला कदम, मानव व्यक्ति को केंद्र में स्थान देने का साहस प्राप्त कर रहा है। इसका अर्थ है - विश्व के आपसी सम्पर्क को पहचानना और आर्थिक, राजनीतिक, विकास और तरक्की, एक अभिन्न पारिस्थितिकी को गौरवमय स्थान देना, जो फेंकने की संस्कृति का बहिष्कार करता है।  

इतिहास को दिशा

संत पापा ने सभी को निमंत्रण दिया कि अपने समुदायों को बेहतर बनाने के लिए अपने आपको समर्पित करें, दूरदर्शी पहलों को बढ़ावा दें जो इतिहास को दिशा दे सके और बेहतर के लिए इसे बदल सके।

संत पापा ने अंत में कहा, "आइये हम एक साथ मिलकर हल ढूढ़ें, परिवर्तन की प्रक्रिया को साहस के साथ अपनायें तथा भविष्य को आशा के साथ देखें।"

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12 September 2019, 17:24