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संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस 

जीवन का रहस्य

संत पापा फ्राँसिस ने संत लौरेंस के पर्व दिवस पर प्रेषित अपने संदेश में जीवन के रहस्य पर प्रकाश डाला।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 10 अगस्त 2019 (रेई)˸ जीवन एक बड़ा रहस्य है। व्यक्ति कहाँ से आता और कहाँ चला जाता है। सामान्य रूप से एक व्यक्ति जन्म लेता है, विकास करते हुए जवानी को पार करता है और बूढ़ा होकर मर जाता है। कई लोग जीवन की इस यात्रा में महान कार्य कर जाते हैं जबकि कुछ लोग यूँ ही गुजर जाते हैं। कुछ लोगों के लिए जीवन का मकसद ज्ञान अर्जित करना, अधिक धन कमाना, दूसरों से अधिक शक्तिशाली बनना और ऐश आराम की जिंदगी बिताना होता है, वहीं कुछ लोग दूसरों की भलाई में जीवन अर्पित करने को महत्वपूर्ण मानते हैं। यहां सवाल है कि मेरे लिए जीवन का अर्थ क्या है?

येसु हमारे लिए जीवन का रहस्य प्रकट करते हैं। उन्होंने कहा है मार्ग, सत्य और जीवन मैं हूँ। वे जीवन का रास्ता दिखलाते हैं और बतलाते हैं कि हमारा अंतिम लक्ष्य है पिता के पास लौटना।

संत पापा फ्राँसिस ने संत लौरेंस के पर्व दिवस पर प्रेषित अपने संदेश में जीवन के रहस्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने लिखा, वास्तव में, ख्रीस्तीय साक्ष्य सिर्फ इसी बात की घोषणा करता है कि येसु जीवित हैं और वही हमारे जीवन के रहस्य हैं।"  

संत लौरेंस एक उपयाजक थे जो 10 अगस्त 258 को 32 साल की उम्र में रोम शहीद हो गये थे। एक उपयाजक के रूप में उन्हें खजांची का काम दिया गया था और वे गरीबों को दान दिया करते थे। जब उनसे खजाना मांगा गया, तब उनके सामने उन्होंने गरीब लोगों को प्रस्तुत किया, जिनको वे दान दिया करते थे। संत लौरेंस के लिए गरीब लोग ही सच्चे खजाने थे क्योंकि उनकी सेवा करने के द्वारा वे जीवन के सच्चे लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते थे। उनके इस कार्य के कारण उन्हें मौत की सजा दी गयी। उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

 

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10 August 2019, 17:14