सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के झरोखे से, तस्वीर 15.08.2019 सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के झरोखे से, तस्वीर 15.08.2019  

सिरिया के ख्रीस्तीयों के लिये हज़ारों रोज़री मालाओं पर आशीष

सन्त पापा फ्राँसिस ने 15 अगस्त को देवदूत प्रार्थना के उपरान्त सिरिया के ख्रीस्तीयों के लिये छः हज़ार रोज़री मालाओं पर आशीष प्रदान की। 15 अगस्त को कलीसिया माता मरियम के स्वर्गोत्थान का महापर्व मनाती है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 16 अगस्त 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस ने 15 अगस्त को देवदूत प्रार्थना के उपरान्त सिरिया के ख्रीस्तीयों के लिये छः हज़ार रोज़री मालाओं पर आशीष प्रदान की। 15 अगस्त को कलीसिया माता मरियम के स्वर्गोत्थान का महापर्व मनाती है।

एकात्मता की पहल

सिरिया के युद्धग्रस्त लोगों में रोज़री मालाओं के वितरण की पहल जर्मनी स्थित "चर्च इन नीड" नामक अन्तरराष्ट्रीय सामाजिक एवं लोकोपकारी संस्था द्वारा की गई थी। इस पहल का शीर्षक है, "मेरी प्रजा को सान्तवना दो"।

मध्यपूर्व में शान्ति की अपील

रोज़री मालाओं पर आशीष देने से पूर्व सन्त पापा फ्राँसिस ने मध्यपूर्व में शान्ति की अपील जारी की। उन्होंने कहा, रोज़री मालाएं कारमेल समाज की मठवासियों द्वारा तैयार की गई थी और आज मरियम के महापर्व के दिन इन पर आशीष दी जा रही थी ताकि ये युद्धग्रस्त सिरिया के लोगों और, विशेष रूप से, उन लोगों के प्रति मेरे सामीप्य को व्यक्त कर सकें जिन्होंने युद्ध में अपने प्रियजनों को खो दिया है। उन्होंने कहा, "विश्वासपूर्वक प्रार्थना शक्तिशाली होती है इसलिये हम सब मिलकर सिरिया और मध्यपूर्व में शान्ति हेतु प्रभु से प्रार्थना करें।"

साक्षात्कार

15 अगस्त को ही देवदूत प्रार्थना से पूर्व "चर्च इन नीड" संस्था के प्रतिनिधिमण्डल ने वाटिकन स्थित सन्त मर्था प्रेरितिक प्रासाद में सन्त पापा फ्राँसिस से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया था। संस्था द्वारा प्रकाशित एक विज्ञप्ति में बताया गया कि उक्त प्रतिनिधिमण्डल में चर्च इन नीड संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष थॉमस हाईने गेलडर्न सहित यूरोप के विभिन्न राष्ट्रों में कार्यरत शाखाओं के निर्देशक शामिल थे।

हाईने गेलडर्न ने कहा, सिरिया एवं मध्यपूर्व में हमारे कार्यों को कई अवसरों पर सन्त पापा फ्राँसिस ने समर्थन दिया है। हमारे लिये उनका समर्थन अत्यधिक महत्वपूर्ण है तथा युद्ध से शोकाकुल लोगों के लिये उनका सामीप्य महान सान्तवना विषय है। तथापि, उन्होंने कहा, "केवल भौतिक सहायता ही पर्याप्त नहीं है, सिरियाई लोगों को आध्यात्मिक समर्थन तथा प्रार्थनामय सामीप्य की नितान्त आवश्यकता है। यही है रोज़री मालाओं के वितरण का उद्देश्य और हमारी आशा है कि यह पहल लोगों में सान्तवना का स्रोत बने।"         

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16 August 2019, 11:48