संत पापा का वीडियो संदेश संत पापा का वीडियो संदेश 

बाल यौन शोषण से बचाने हेतु 'रोकथाम प्रेरिताई' की आवश्यकता

संत पापा फ्राँसिस ने नाबालिगों की सुरक्षा पर मेक्सिको में आयोजित एक कोर्स के प्रतिभागियों को एक वीडियो संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने कहा कि नाबालिगों को यौन शोषण से बचाने के लिए कलीसिया को अथक प्रयास करनी चाहिए।

मार्ग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 22 जुलाई, 2019 (वाटिकन न्यूज) : परमधर्मपीठीय विश्व विद्यालय मेक्सिको में आयोजित एक महीने तक चल रहे कोर्स के प्रतिभागियों को एक अप्रत्याशित आश्चर्य प्राप्त हुआ। नाबालिगों की यौन शोषण सुरक्षा कोर्स के तीसरे सप्ताह के मध्य में संत पापा फ्राँसिस ने प्रतिभागियों को कलीसिया के कमजोर सदस्यों की सुरक्षा के लिए उनके प्रयासों को प्रोत्साहित करते हुए वीडियो संदेश भेजा।

संत पापा ने कहा कि यह कोर्स बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि सभी नाबालिकों को सुरक्षा मिले। एक बच्चे के साथ भी बुरा व्यवहार न हो। येसु के निकट आने से एक भी वंचित न होने पाये।

कोई भी व्यक्ति चाहे वह पुरोहित, धर्मसंघी या लोक धर्मी, धर्माध्यक्ष जो एक बच्चे को प्रभु येसु के पास आने से रोकता है तो तुरंत ही उसके इस व्यवहार को रोकना होगा, या समय रहते उसे सुधारना होगा और अगर उसने गलत काम किया है तो उसे जरुर सजा मिलनी चाहिए।

‘रोकथाम की प्ररिताई’

संत पापा फ्राँसिस ने यौन शोषण करने वालों की तुलना नशीली दवाओं के दुरुपयोग करने वालों के साथ की। जब कोई व्यक्ति नशे की लत में पड़ गया है तो उस स्थिति से बाहर निकलने के लिए व्यक्तिगत प्रयास अत्यधिक मात्रा में करना पड़ता है। दूसरी ओर, रोकथाम अधिक प्रभावी है और इसके लिए कम प्रयास की आवश्यकता होती है।

संत पापा ने कहा कि नाबालिगों के संरक्षण में मुख्य सवाल यह है कि बच्चों में दुर्व्यवहार कैसे रोका जाए।

जवाब में, उन्होंने कहा, ‘रोकथाम की प्ररिताई’ करना है।

उन्होंने जोर देकर कहा, "रोकथाम महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम कभी नहीं जानते कि एक बच्चे के साथ दुर्व्यवहार कहां होगा।"

नाबालिगों की सुरक्षा कोर्स

नाबालिगों की सुरक्षा कोर्स में प्रतिभागियों को यौन शोषण के शिकार लोगों से मिलने, उनकी कहानियों को सुनने और उनसे सीखने का अवसर मिला।

कोर्स में भाग लेने वाले प्रतिभागी धर्मप्रांतीय विकर, धर्मसंघों के सहायक जेनरल सुपीरियर, सेमिनरी के निदेशक और मनोवैज्ञानिक शामिल हैं।

‘सेंटर ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च एंड फॉर्मेशन फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ माइनर्स’ के निदेशक फादर दानियल पोर्टिलो ने 1-26 जुलाई तक कोर्स का आयोजन किया है। उन्होंने एआइसी प्रेसना को बताया कि संत पापा का संदेश कोर्स के सबसे गहन समय में एक प्रोत्साहन के रूप में आया।

फादर पोर्टिलो ने कहा, "अगर रोकथाम और हस्तक्षेप साथ-साथ नहीं जाते हैं, तो हमारे बच्चों की सुरक्षा के लिए, सुरक्षा कोड आवश्यक स्पष्टता के साथ काम नहीं कर सकती हैं।"

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22 July 2019, 15:19