जर्मनी के प्रोफेसर स्टीफन वाल्टर हेल को परमधर्मपीठीय विज्ञान अकाडमी के सदस्य जर्मनी के प्रोफेसर स्टीफन वाल्टर हेल को परमधर्मपीठीय विज्ञान अकाडमी के सदस्य  

संत पापा द्वारा परमधर्मपीठीय विज्ञान अकाडमी के सदस्य की नियुक्ति

संत पापा ने परमधर्मपीठीय विज्ञान अकाडमी के सदस्य के रूप में जर्मनी के प्रोफेसर वाल्टर हेल को नियुक्त किया है। वे गोटिंगेन में मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर बायोफिजिकल केमेस्ट्री के निदेशक और हीडलबर्ग में मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल रिसर्च के निदेशक हैं।

मार्ग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 22 जुलाई, 2019 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 22 जुलाई को जर्मनी के प्रोफेसर स्टीफन वाल्टर हेल को परमधर्मपीठीय विज्ञान अकाडमी के सदस्य के रूप नियुक्त किया।

स्टीफन वाल्टर हेल का जन्म 23 दिसंबर, 1962 को अराध (रोमानिया) में हुआ। उन्होंने 1990 में हीडलबर्ग विश्वविद्यालय से भौतिकी में डाक्टर की उपाधि प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने 1991 से 1993 तक यूरोपीय आणविक जीवविज्ञान प्रयोगशाला में शोधकर्ता के रूप में काम किया। 1993 और 1996 के बीच तुर्कू (फिनलैंड) विश्वविद्यालय में वरिष्ठ शोधकर्ता के रूप में काम किया और 1994 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अतिथि शोधकर्ता के रूप में भी काम किया।

2002 से वे गौटिंगेन में मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर बायोफिजिकल केमेस्ट्री में निदेशक रहे हैं और 2017 से, हीडलबर्ग में मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल रिसर्च के निदेशक भी हैं।

उन्होंने सुपर-रिज़ॉल्यूशन फ्लूरेसेन्स बग विकसित किया, जिससे दसियों बार उच्च सटीकता के साथ विवरणों को देख पाना करना संभव हो गया। कुछ नैनोमीटर के समाधान तक पहुंच पाये,  इस प्रकार सूक्ष्मदर्शी अब नैनोस्कोप बन गए हैं। इसके लिए उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिसमें नैनोसाइंस के कावली पुरस्कार और 2014 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार शामिल हैं।

वे शादीशुदा हैं और उनके चार बच्चे हैं।

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22 July 2019, 15:36