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पवित्र तृत्वमय ईश्वर एवं दासों के धर्मसमाज के सदस्यों से मुलाकात करते संत पापा पवित्र तृत्वमय ईश्वर एवं दासों के धर्मसमाज के सदस्यों से मुलाकात करते संत पापा 

युवा और बुलाहट की प्रेरिताई के लिए सामीप्य की आवश्यकता, संत पापा

संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार, 15 जून को "पवित्र तृत्वमय ईश्वर एवं दासों" के धर्मसंघ की महासभा के 70 प्रतिभागियों से वाटिकन के क्लेमेंटीन सभागार में मुलाकात की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 15 जून 19 (रेई)˸ संत पापा ने स्कूलों, पल्लियों, कैदखानों एवं पुनर्वास केंद्रों तथा विशेषकर, ख्रीस्त में विश्वास के कारण पीड़ित कलीसिया की मदद हेतु उनके करूणा के कार्यों के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने उनसे अपील की कि वे हमेशा गरीबों एवं गुलाम लोगों के साथ चलें एवं अपने सभी समुदायों में येसु का साक्ष्य दें जो गरीबों को सुसमाचार सुनाने आये थे। (लूक. 4:18)

धर्मसंघ की महासभा में युवा एवं बुलाहट के मिशन पर विशेष ध्यान दिया गया। संत पापा ने कहा कि विगत दिनों हुए सिनॉड को युवाओं के लिए समर्पित किया गया था जिसको आपके धर्मसमाज में भी विशेष ध्यान दिया है।

युवाओं का जीवन

संत पापा ने स्वीकार किया कि प्रेरिताई में युवाओं तक पहुँचना आसान नहीं है क्योंकि बहुत सारे युवा अपने जीवन के अर्थ को नहीं समझ पाते हैं, फिर भी, कई युवा आज अपने जीवन की पूर्ण सार्थकता को समझने का प्रय़ास करते हैं। वे महान चीजों के लिए बेशर्त समर्पण करने में सक्षम हैं, येसु से प्रेम करते हैं तथा मानवता के प्रति दया दिखाते हैं। कई युवा जीवन की सार्थकता पर चर्चा नहीं करते किन्तु खुशी, प्रेम, सफलता एवं व्यक्तिगत परिपूर्णता की खोज करते हैं ये सभी चीजें हमारे युवाओं की आकांक्षाओं के हिस्से हैं।

संत पापा ने ऑर्डर के सदस्यों को सलाह दी कि वे इन्हीं चीजों के माध्यम से उनके सम्पर्क में आ सकते हैं और उन्हें उनकी आकांक्षाओं को मिलाने एवं उन्हें व्यवस्थित करने में मदद दे सकते हैं। युवाओं को समाज में उचित स्थान दिलाने के प्रयास को प्रोत्साहन देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे वातावरण में वे खड़े नहीं रह सकते, जहां वे अपने लिए स्थान एवं प्रेरणा नहीं पाते हैं।  

युवाओं के करीब

युवाओं तक पहुंचने का उपाय बतलाते हुए संत पापा ने कहा कि इसके लिए रचनात्मकता की आवश्यकता है प्रेरितिक बदलाव की जरूरत है ताकि हम उनके निकट आ सकें तथा कलीसिया में उनकी बुलाहट पर आत्मजाँच करने के लिए उनकी मदद कर सकें। उन्होंने कहा कि इसके लिए सिनॉड के दस्तवेज एवं प्रेरितिक प्रबोधन ख्रीस्तुस विवित द्वारा युवाओं तक पहुचने में सहायता मिल सकती है।

युवा और बुलाहट की प्रेरिताई की चुनौतियों पर गौर करते हुए संत पापा ने कहा कि युवा चाहते हैं कि हम उनके करीब रहें। युवा और बुलाहट की प्रेरिताई के लिए साथ और सामीप्य की अति आवश्यकता है जिसके द्वारा एक व्यक्ति युवाओं के करीब रह सकता है जैसा कि येसु एम्माउस जाने वाले चेलों के साथ रहे। युवा चाहते हैं कि हम उनके सहयात्री बनें, जीवन के झरने के पास एक साथ पहुँचें जहाँ वे अपनी प्यास बुझा सकें।(यो. 4,6-15)

द्वार खुला रखें

सामीप्य ही एक ऐसा उपाय है जिसके द्वारा युवाओं को अच्छे संबंध की गारांटी दी जा सकती है। उन्होंने उनसे कहा कि वे युवाओं के लिए अपना घर खुला रखें ताकि वे वहाँ उनकी प्रार्थनाओं एवं भ्रातृत्व में हिस्सा ले सकें किन्तु सबसे बढ़कर है कि वे अपना हृदय खोलें, जिससे कि वे प्यार किये गये महसूस कर सकें। आप उन्हें सुनें, उन्हें आत्मपरख करने में मदद दें। वे यह महसूस कर सकें कि आप सचमुच उनसे प्रेम करते हैं।

संत पापा ने सलाह दिया कि वे न केवल करीब रहने या अपने पास आने वाले युवाओं से मिले बल्कि उन युवाओं से भी मिलें जो दूर रहते हैं। वे जैसे हैं वैसे ही उन्हें स्वीकार करें। उनकी कमजोरियों से नफरत न करें। उनकी हर संभव मदद करें और उन्हें सहयोग दें।    

युवाओं की मदद हेतु खुद खुश रहें

उन्होंने उन्हें प्रोत्साहन दिया कि वे उनके साथ चलें। जीवन की नींद और थकान के बीच वे जागे रहने के लिए बुलाये जाते हैं ताकि दूसरों को जगा सकें। आशा एवं नयापन के नबी बनें। यह जानते हुए कि युवा और बुलाहट की प्रेरिताई के लिए खुशीपूर्वक जीना है हम अपने जीवन में खुश रहें।

उन्होंने कहा कि हम भय के बंधन को तोड़ें और उठकर आगे बढ़ें, युवा हमारा इंतजार कर रहे हैं। अंत में, संत पापा ने सभी को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

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15 June 2019, 14:51