सन्त जॉन बैपटिस्ट के पर्व पर प्रार्थनारत फिलीपिन्स के काथलिक श्रद्धालु (प्रतीकात्मक तस्वीर) सन्त जॉन बैपटिस्ट के पर्व पर प्रार्थनारत फिलीपिन्स के काथलिक श्रद्धालु (प्रतीकात्मक तस्वीर) 

विश्व प्रार्थना नेटवर्क के प्रतिनिधिमंडलों को सम्बोधन

वाटिकन में शुक्रवार 28 जून को सन्त पापा फ्राँसिस ने विश्व प्रार्थना नेटवर्क के प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों को सम्बोधित कर प्रार्थना द्वारा विश्व के समक्ष उनके साक्ष्य के लिये हार्दिक आभार व्यक्त किया।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 28 जून 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन में शुक्रवार 28 जून को सन्त पापा फ्राँसिस ने विश्व प्रार्थना नेटवर्क के प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों को सम्बोधित कर प्रार्थना द्वारा विश्व के समक्ष उनके साक्ष्य के लिये हार्दिक आभार व्यक्त किया।

प्रार्थना प्रेरिताई मिशन 

ताईवान में चीनी भाषी लोगों के लिये प्रार्थना प्रेरिताई में संलग्न फादर मैथ्यु के प्रति सन्त पापा फ्राँसिस ने धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि उनके लिये यह जानना अति सुन्दर है कि चीनी भाषा में लोग प्रार्थना में एकप्राण हो सकते हैं। इसी प्रकार, फ्राँस में प्रार्थना प्रेरिताई को बढ़ावा देनेवाली मारी दोमिनीक के प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया जहाँ 175 सालों पूर्व प्रार्थना प्रेरिताई मिशन की स्थापना हुई थी। इथियोपियो, ग्वाटेमाला तथा पुर्तगाल में प्रार्थना प्रेरिताई को बढ़ावा देनेवाले संगठनों की भी सन्त पापा ने सराहना की।

येसु की अपील का प्रत्युत्तर

सन्त पापा ने कहा कि कलीसिया प्रति माह प्रार्थना के मनोरथों द्वारा वर्तमान युग के मनुष्यों के हृदयों की अतल गहराई तक पहुँचती है। उन्होंने कहा कि हम सब चाहें  पुरोहित हों या लोकधर्मी सभी विश्वासी लोगों के दुःख-कष्टों में और उनके सुख में अपनी प्रार्थनाओं के साथ शामिल  होने के लिये बुलाये गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रार्थना प्रेरिताई में भाग लेकर हम येसु की अपील का प्रत्युत्तर देते हैं जो हमसे अपने भाइयों के प्रति मन के द्वारों को खुला रखने का आग्रह करते हैं, विशेष रूप से, उन भाइयों के प्रति जो शरीर और मन से कठिनाइयाँ भोग रहे हैं।

उदारता और दया का मिशन

येसु के परम पवित्र हृदय के महापर्व के दिन प्रार्थना प्रेरिताई को याद करना सन्त पापा ने उपयुक्त बताया और कहा कि यह विश्व के प्रति उदारता एवं दया का मिशन है। येसु का हृदय अति विशाल है जो कोमलता की क्रान्ति में हम सबका आलिंगन करना चाहता है और येसु के हृदय से समीप्य हमारे हृदयों को भी अपने ज़रूरतमन्द भाई की मदद के लिये प्रोत्साहित करता तथा उनकी असीम दया में शामिल होने के लिये आमंत्रित करता है।

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28 June 2019, 11:35