व्राजदेबना  में शरणार्थियों के बीच संत पापा फ्राँसिस व्राजदेबना में शरणार्थियों के बीच संत पापा फ्राँसिस  

व्राजदेबना में शरणार्थियों के बीच संत पापा फ्राँसिस

बुल्गारिया की प्रेरितिक यात्रा के दूसरे दिन संत पापा ने करीब 50 शरणार्थियों से मुलाकात की जो सीरिया और इराक से आये हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

सोफिया, सोमवार 6 मई 2019 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस बुल्गारिया की प्रेरितिक यात्रा के दूसरे दिन के प्रथम पड़ाव में सुबह व्राजदेबना के शरणार्थी स्वागत केंद्र का दौरा किया। संत पापा ने करीब 50 शरणार्थियों से मुलाकात की जो सीरिया और इराक से आये हैं।  

वाटिकन प्रेस कार्यालय के अंतरिम निदेशक अलेसांद्रो जिसोत्ती ने बताया कि संत पापा फ्राँसिस का स्वागत शरणार्थी केंद्र के मुख्यद्वार पर केन्द्र के निदेशक और कारितास के निदेशक ने की। संत पापा ने पारिवारिक वातावरण में केन्द्र के भोजनालय में बच्चों, उनके माता-पिता और स्वयंसेवकों से मुलाकात की। यह मुलाकात करीब 25 मिनटों का था। संत पापा फ्राँसिस और बच्चे वास्तव में शरणार्थी केंद्र में इस बैठक के नायक थे। 6 से 10 साल के प्राईमरी स्कूल जाने वाले बच्चों ने संत पापा के स्वागत में गाना गाया और अपने द्वारा बनाये चित्र को उपहार में दी। चित्र में बच्चों की खशी और सुन्दरता झलकती है। संत पापा ने बड़ी खुशी के साथ उपहार स्वीकार किया और उन्हें चित्र पसंद आया।

संत पापा ने बच्चों और उनके माता-पिता और केंद्र में मौजूद सभी स्वयंसेवकों को अभिवादन किया और कहा, “आपके स्वागत के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। बच्चों को उनके सुंदर गायन के लिए धन्यवाद।  बच्चे आपकी यात्रा में खुशी लाते हैं। आपका मार्ग हमेशा सुंदर नहीं है।  युद्ध और गरीबी से बचने के लिए अपनी मातृभूमि छोड़कर दुनिया के अन्य क्षेत्रों में प्रवेश करने की कोशिश में यह एक दर्दनाक यात्रा है। संत  पापा ने इस बात को जोर देते हुए कहा, "आज विश्व में प्रवासी और शरणार्थी जीवन चौराहे पर हैं और अनेक तरह की कठिनाईयों से जूझ रहे हैं। यह मानवता का क्रूस है। इस जीवन चौराहे पर बहुत से लोग पीड़ित हैं पर अच्छे भविष्य की आशा में हैं।” संत पापा ने इन बच्चों और परिवारों को पुनः धन्यवाद दिया। दुख की इस यात्रा में भी वे आशा के साथ उन देशों में आगे बढ़ने की इच्छा रखते हैं जहां वे बड़ी कठिनाई और पीड़ा के साथ पहुंचेंगे। संत पापा ने उनकी मातृभूमि में पीछे छोड़े संबंधियों और सह-नागरिकों को भी याद कर उन्हें शुभकामनायें दी। संत पापा ने सभी बच्चों और माता-पिताओं पर ईश्वर के आशीष की कामना की।

संत पापा फ्राँसिस ने शरणार्थी स्वागत केंद्र के लिए माता मरियम का एक आइकन उपहार में दिया। अनेक पीड़ा और दुखों का सामना करते हुए इस केंन्द्र की शरण में आये शरणार्थियों और प्रवासियों के बीच ममता मयी माता मरियम स्थायी रुप से उपस्थित रहें और उन्हें आशावान बनायें।  

व्राजदेबना का शरणार्थी केंद्र

2013 में व्राजदेबना के एक पूर्व स्कूल की पुरानी इमारत में शरणार्थी केंद्र खोला गया। उसी वर्ष  बुल्गारिया की राजधानी सोफिया के बाहरी इलाके में ओवरा कूपेल और वेन्ना रम्पा में भी शरणार्थी केन्द्र खोले गये। अंतरराष्ट्रीय संगठन और स्थानीय गैर सरकारी संगठन शरणार्थियों का ख्याल रखते हैं। बुल्गारियाई रेड क्रॉस, अंतर्राष्ट्रीय महासंघ और स्विस रेड क्रॉस द्वारा वित्त पोषित, भोजन, स्वच्छता किट और बाल- स्वास्थ्य देखभाल की जाती है।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

06 May 2019, 15:54