आमदर्शन के दौरान संत पापा फ्राँसिस आमदर्शन के दौरान संत पापा फ्राँसिस 

मेक्सिकन टेलीविसा के साथ एक व्यापक साक्षात्कार में संत पापा

मेक्सिकन मीडिया नेटवर्क टेलीविसा के साथ एक व्यापक साक्षात्कार में, संत पापा फ्राँसिस ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर, युवाओं, सोशल मीडिया और दुनिया की स्थिति के बारे में कई सवालों के जवाब दिए।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 29 मई 2019 (वाटिकन न्यूज) : मेक्सिकन पत्रकार और लेखिका, वलेंटीना अल्ज्राकी जो 1974 से टेलीविसा के लिए वाटिकन संवाददाता हैं। मंगलवार को प्रकाशित एक विशेष साक्षात्कार में, उन्होंने संत पापा फ्राँसिस से अनेक तरह के सवाल पूछे।

दीवारों का निर्माण नहीं

मेक्सिको की सीमा की दीवार के बारे पूछे जाने पर संत पापा ने उस बात को पुनः दुहराया जिसे वे पहले से ही कहते आ रहे हैं, अर्थात् "जो भी दीवारें बनाता है वह उन दीवारों में कैद हो जाता है ... इसके बजाय, जो पुल बनाते हैं वे दोस्त बनाते हैं, हाथ हिलाते हैं, भले ही वे दूसरी तरफ रहें...परंतु आपस में बातचीत तो होती है।"

युवा लोग

वर्तमान के युवा लोगों के विषय में बातें करते हुए संत पापा ने चेतावनी दी है कि आज युवा अपने मूल, अपनी संस्कृति को खो रहे हैं। संत पापा ने युवाओं को दिये अपने सलाह की पुष्टि की और कहा कि युवाओं को अपने बुजुर्गों के साथ बातें करनी है और बुजुर्गों को भी अपने अनुभव युवा लोगों के साथ साझा करनी चाहिए। क्योंकि अगर हम पेड़ की जड़ों को काटते हैं तो एक पेड़ नहीं बढ़ सकता है। "बुजुर्ग पेड़ की जड़ हैं, संत पापा ने युवाओं को "जड़ों से संवाद" करने, जड़ों से संस्कृति प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित किया। ज़ड़ से संयुक्त रहकर ही पेड़ फूलता-फलता है।

महिलाओं के विरुद्ध हिंसा

संत पापा ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मुद्दे को "समाजशास्त्रीय स्पष्टीकरण" कहा। उन्होंने कहा कि समाज में "महिलाएं अभी भी दूसरे स्थान पर हैं" और अक्सर, दूसरे स्थान पर होने का मतलब "गुलामी की वस्तु" हो सकती है। संत पापा ने वेश्यावृत्ति करने वाली महिलाओं का उदाहरण दिया और हाल ही में रोम स्थित एक बचाव आश्रय के दौरे पर उन महिलाओं के साथ अपनी मुलाकात और वार्ता के बारे साझा किया। संत पापा ने महिलाओं की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा, "महिलाओं के बिना दुनिया का काम नहीं चल सकता"।

मीडिया

साक्षात्कार में, संत पापा फ्राँसिस ने मीडिया के साथ अपने संबंध के बारे में एक सवाल का जवाब दिया: "मैं सहज महसूस करता हूँ", कभी-कभी कुछ प्रश्नों का जवाब देना कठिन लगता है। उन्होंने पत्रकारों को उनके धैर्य के लिए धन्यवाद दिया। संत पापा ने कहा, "पत्रकारों द्वारा पूछे गये कुछ सवालों ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया, "जैसे, चिली की प्रेरितिक यात्रा से लौटते वक्त विमान में पत्रकारों ने उनसे देश में यौन शोषण के कथित मामलों के बारे में पूछा। "यह काफी हद तक बहुत सम्मान के साथ पूछे गए सवालों में से एक था, "उन्हें लगा कि इस विषय पर उन्हें पर्याप्त रूप से सूचित नहीं किया गया था। अतः रोम लौटकर उन्होंने इस मुद्दे पर विचार किया, प्रार्थना की, सलाह मांगी और एक प्रेरितिक दूत को भेजने का फैसला किया। प्रेरितिक दूत ने मुद्दों की छानबीन की और उन सभी बातों की जानकारी दी जिसका उन्हें पता नहीं था"। संत पापा ने कहा कि मीडिया मेरे लिए सच ढूँढने में सहायक साबित हुई।

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29 May 2019, 16:37