बोस स्थित मठ बोस स्थित मठ  

बोस धर्मविधिक सम्मेलन को संत पापा का संदेश

संत पापा फ्राँसिस ने 17वें अंतरराष्ट्रीय धर्मविधिक सम्मेलन के प्रतिभागियों को एक संदेश भेजा, जो बोस एकांत मठ में आयोजित किया गया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

17वें अंतरराष्ट्रीय धर्मविधिक सम्मेलन "वेदी - हाल में अधिग्रहण, नई समस्याएँ" का उद्घाटन बृहस्पतिवार को उत्तरी इटली के बोस एकांत मठ में हुआ।  

सम्मेलन का आयोजन मठ द्वारा इटली के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के कलीसियाई संस्कृतिक धरोहर के राष्ट्रीय कार्यालय एवं वास्तुकार के राष्ट्रीय समिति की संयुक्त पहल पर किया गया है।  

"वेदी" विषयवस्तु 2003 में बोस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय धर्मविधिक सम्मेलन की विषयवस्तु थी जिसे पन्द्रह वर्षों में ऐतिहासिक अध्ययनों के नवीनतम परिणाम पेश करने और नए प्रश्नों पर चर्चा करने के लिए, फिर से इस सम्मेलन में लिया गया है।

सम्मेलन में नये व्यवस्थान में ख्रीस्तीय वेदी की स्थापना तथा आज इसकी छवि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

सम्मेलन के उद्घाटन पर बृहस्पतिवार को, वाटिकन के राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने संत पापा फ्राँसिस की ओर से एक संदेश प्रेषित किया।

पत्र में उन्होंने प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दी तथा आशा व्यक्त की कि इस सम्मेलन के दौरान चिंतन द्वारा वे धर्मविधि को अधिक गहराई से समझ पायेंगे जो कलीसियाई एवं व्यक्तिगत जीवन में भाईचारा का एक स्रोत एवं पराकाष्ठा है।

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30 May 2019, 17:12