पुण्य शुक्रवार के दिन पवित्र क्रूस को फूल अर्पित करतीं धर्मबहनें। पुण्य शुक्रवार के दिन पवित्र क्रूस को फूल अर्पित करतीं धर्मबहनें। 

मई में प्रार्थना की प्रेरिताई हेतु संत पापा का वीडियो संदेश

संत पापा फ्राँसिस अफ्रीका की कलीसिया के लिए प्रार्थना करते हैं कि वह अपने लोगों के बीच एकता का बीज तथा समस्त महाद्वीप के लिए आशा का चिन्ह बने।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 2 मई 2019 (रेई) ˸ मई महीने के लिए प्रार्थना की प्रेरिताई में संत पापा फ्राँसिस ने अफ्रीकी समाज में संवाद एवं मेल-मिलाप को बढ़ावा देने हेतु अफ्रीका में कार्यरत धर्मसमाजियों, पुरोहितों, लोकधर्मियों एवं मिशनरियों के कार्यों के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है।

विश्वव्यापी प्रार्थना की प्रेरिताई हेतु प्रकाशित वीडियो संदेश में संत पापा ने सभी काथलिकों का आह्वान किया है कि वे आशा के साथ अफ्रीका महाद्वीप की देखभाल करें। उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कलीसिया के महत्वपूर्ण कार्यों पर भी प्रकाश डाला है जिसके द्वारा वह सुदूर क्षेत्रों तक पहुँचने का प्रयास करती है जहाँ न तो सरकारें और न ही गैर-सरकारी संगठन ही पहुँच पाते हैं।

अफ्रीकी धर्माध्यक्षों ने कहा है और प्रेरितिक प्रबोधन एवनजेली गौदियुम में भी दर्शाया गया है कि "अफ्रीकी देशों को एक मशीन के हिस्से के रूप में, एक विशाल पहिया पर चक्रदन्त के लिए लगातार प्रयास किया गया है। कई बार सामाजिक संचार के क्षेत्र में भी ऐसा ही होता है। इसके ज्यादातर केंद्र उत्तरी गोलार्ध द्वारा चलाये जा रहे हैं जो हमेशा देय नहीं होते, ऐसे देशों की प्राथमिकताओं और समस्याओं पर विचार अथवा उनका सम्मान नहीं किया जाता है।

2018 में परमधर्मपीठीय वार्षिक पत्रिका में प्रकाशित आंकड़े अनुसार, अफ्रीका में विश्व के करीब 17.6 प्रतिशत काथलिक निवास करते हैं। अफ्रीका की कलीसिया एक गतिशील कलीसिया है जिसमें 2010 में 185 मिलियन काथलिक थे जो 2016 में बढ़कर 228 मिलियन हो गयी।

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02 May 2019, 15:36