माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, बुधवार 3 अप्रैल 2019 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने संत पेत्रुस महागिरजाधर के प्राँगण में बुधवारीय आमदर्शन समारोह हेतु एकत्रित तीर्थयात्रियों और विश्वासियों को अपनी धर्मशिक्षा माला समाप्त करने के बाद खुशी और महान भावनाओं के स्रोत खेल रुपी जीवन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
संत पापा ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र द्वारा शांति और विकास के लिए 6वें विश्व खेल दिवस घोषित किया गया है। खेल एक सार्वभौमिक भाषा है जो सभी लोगों को गले लगाती है। यह संघर्षों को दूर करने और लोगों को एक साथ लाने में मदद करती है। खेल खुशी और महान भावनाओं का एक स्रोत भी है और यह एक ऐसा स्कूल है जहां लोगों और समुदायों के मानवीय और सामाजिक गुणों का विकास होता है। मैं हर किसी को खेल के रुप में जीवन में "शामिल होने" की कामना करता हूँ।”
विदित हो कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 23 अगस्त 2013 को प्रति वर्ष 6 अप्रैल विश्व खेल दिवस मनाने हेतु घोषित किया। अंतरराष्ट्रीय ओलंम्पिक कमेटी के संस्थापक एवं आधुनिक ओलंम्पिक खेलों के जनक फ्राँसीसी इतिहासकार पियरे फ्रेडे बैरोन डी कूबर्टिन के प्रयास से 06 अप्रैल 1896 को ग्रीस के एथेंस में प्रथम आधुनिक ओलंम्पिक खेलों का उद्घाटन किया गया था, इसलिए 06 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का फैसला निया गया।
इस दिवस का उद्देश्य समाज में खेल की भूमिका और योगदान को बढ़ावा देना है।