खोज

एआईएल के खिलाफ एसोसिएशन  से मिलते हुए संत पापा एआईएल के खिलाफ एसोसिएशन से मिलते हुए संत पापा  

एआईएल के खिलाफ इतालवी एसोसिएशन को संत पापा का संदेश

संत पापा ने ल्यूकेमिया-लिम्फोमा और मायलोमा (एआईएल) के खिलाफ इतालवी एसोसिएशन के अध्यक्ष, डॉक्टरों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, अनुसंधान में शामिल लोगों, स्वयंसेवकों के उदार कार्यों की प्रशंसा की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 2 मार्च 2019 (रेई):  संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के संत पापा पॉल छठे सभागार में लेकिमिया-लिम्फोमास और मायलोमा (एआईएल) के खिलाफ इतालवी एसोसिएशन के करीब 6000 सदस्यों, डॉक्टरों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, अनुसंधान में शामिल लोगों और बीमार लोगों से मुलाकात की। जो एसोसिएशन के नींव की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर संत पापा फ्राँसिस से मुलाकात करने और उनका आशीर्वाद ग्रहण करने वाटिकन आये हुए थे।

संत पापा ने एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर सर्जियो अमादोरी को उनके संघ के उद्देश्य एवं गतिविधियों को साझा करने के लिए धन्यवाद दिया। संत पापा ने डॉक्टरों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, अनुसंधान में शामिल लोगों, स्वयंसेवकों और बीमार लोगों की उपस्थिति की प्रशंसा की।

संत पापा ने प्रवक्ता ग्रंथ से लिये गये आज के पहले पाठ ( 17: 1-13) की याद दिलाते हुए कहा कि ईश्वर ने मिट्टी से मनुष्य को अपने प्रतिरुप में गढ़ा। उसने उन्हें भलाई और बुराई के पहचान और विवेक से सम्पन्न किया। उसने उनके लिए चिरस्थायी विधान निर्धारित किया और उन्हें अपनी आज्ञाओं की शिक्षा दी।

विज्ञान

संत पापा ने कहा,“ विज्ञान हमारे आस-पास की प्रकृति और मानव स्वास्थ्य को बेहतर ढंग से समझने का एक शक्तिशाली साधन है। यह हमारा ज्ञान बढ़ता है और इसके द्वारा सबसे परिष्कृत साधन और प्रौद्योगिकि बढ़ जाती हैं, जिससे सबसे अंतरंग संरचना को देख सकते है। सटीक तरीके से कार्य करने के लिए मनुष्यों सहित जीवित जीव, लेकिन यहां तक कि हमारे स्वयं के डीएनए का संशोधन भी किया जा सकता है।

संत पापा ने कहा कि कलीसिया बीमार और पीड़ित व्यक्तियों की देखभाल के उद्देश्य से अनुसंधान के हर प्रयास की प्रशंसा करती और उन्हें प्रोत्साहित करती है। संत पापा ने इन दशकों में इस संघ द्वारा किये गये कार्यों की प्रशांसा की और कहा कि उनके द्वारा बीमारों की सेवा, वैज्ञानिक अनुसंधान, स्वास्थ्य देखभाल और कर्मचारियों के प्रशिक्षण के कारण यह राष्ट्रीय पहचान बना ली है।

वैज्ञानिक अनुसंधान

वैज्ञानिक अनुसंधान का उद्देश्य बीमारियों के प्रभावों को कम करने और रोग के रोकथाम एवं उनके उन्मूलन में सक्षम होने के लिए, मनुष्य के जैविक आयाम की जांच की जाती है। स्वास्थ्य देखभाल के साथ आप दुखियों के करीब हैं, दुःख के समय में उनका साथ देते हैं जिससे कि कोई भी कभी अकेला महसूस नहीं करे। योग्य और प्रशिक्षित कर्मियों की देखभाल में, बीमार व्यक्ति की समग्र देखभाल को बढ़ावा मिलता है।

स्वास्थ्य देखभाल

संत पापा ने कहा कि वे कई पुरुषों और महिलाओं की उदार स्वैच्छिक सेवा की सराहना करते हैं जो बिस्तर में पड़े कई बीमारों के पास खड़े रहकर उन्हें सांत्वना और आराम देने की कोशिश करते हैं। वे अपने पड़ोसी को अपने समान प्यार करने की, येसु की आज्ञा का पालन करते हैं। (मारकुस 12:31)

व्यक्ति का इलाज

संत पापा ने कहा कि आप बीमार व्यक्ति के सिर्फ किसी अंग या कोशिकाओं का इलाज नहीं, लेकिन  संपूर्ण व्यक्ति का इलाज करते हैं। किसी की आध्यात्मिकता शारीरिक चिंताओं में समाप्त नहीं होती है "लेकिन आत्मा शरीर को पार करती है, इसका मतलब है कि यह एक बड़ी जीवन शक्ति और व्यक्ति की गरिमा में शामिल है।

अंत में, संत पापा ने एसोसिएशन के सदस्यों को  शुभकामनाओं के साथ अपनी प्रार्थना का आश्वासन देते हुए कहा, कि उनकी "प्रशंसनीय प्रतिबद्धता, दूसरों को देने और देखभाल करने की संस्कृति के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करे। यह प्रत्येक मानव समुदाय के जीवन और भलाई के लिए आवश्यक है।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

02 March 2019, 15:40