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राष्ट्रपति भवन में संत पापा का भव्य स्वागत समारोह राष्ट्रपति भवन में संत पापा का भव्य स्वागत समारोह 

संयुक्त अरब अमीरात में पोप फ्रांसिस का स्वागत समारोह

सोमवार 4 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा करने वाले पहले परमाध्यक्ष संत पापा फ्राँसिस का राष्ट्रपति महल में स्वागत किया गया। इसके बाद संत पापा ने क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ आधिकारिक मुलाकात की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

अबू धाबी, सोमवार 4 फरवरी 2019 (वाटिकन न्यूज) :  शांति के दूत संत पापा फ्राँसिस संयुक्त अरब अमीरात की प्रेरितिक यात्रा पर हैं। अरब प्रायद्वीप के देश में संत पापा का दूसरा दिन राष्ट्रपति के महल से शुरू होता है, जहां संत पापा फ्राँसिस का "राष्ट्र के पिता" स्वर्गीय जायद अल नाहयान के बेटे और प्रथम राष्ट्रपति 57 वर्षीय शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के द्वारा स्वागत किया गया।

अबू धाबी का राष्ट्रपति महल

राष्ट्रपति के रक्षक घोड़े पर सवार संत पापा फ्राँसिस के कार की इमारत के मुख्य द्वार तक अगुवानी की, जबकि आसमान में कुछ विमानों ने सफेद-पीले निशान, वाटिकन के ध्वज के रंगों को छोड़ा। संवागत समारोह सम्मान प्रहरी और राष्ट्रगान के बाद दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडलों को प्रस्तुत किया गया। 150 हेक्टेयर और 160 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैले इस भवन में स्वागत समारोह हुआ जिसमें राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, क्राउन प्रिंस और मंत्रिमंडल के साथ-साथ गणमान्य लोगों का स्वागत किया गया। रास अल अख्तर प्रायद्वीप पर स्थित, इस महल में 70 से अधिक कांच और सोने के मोसाइक गुंबदों का निर्माण किया गया है, जो 18 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।

क्राउन प्रिंस के साथ निजी बैठक

क्राउन प्रिंस के साथ बैठक, निजी रूप में, लगभग 20 मिनट तक चली। बुक ऑफ ऑनर पर हस्ताक्षर करते हुए संत पापा फ्राँसिस ने लिखा, "आपके गर्मजोशी से स्वागत और आतिथ्य के लिए ङृदय से धन्यवाद देते हुए मैं, महामहिम आपको और संयुक्त अरब अमीरात के सभी लोगों को अपनी प्रार्थनाओं में याद करने के आश्वासन के साथ, शांति और भाईचारे एकता के दिव्य आशीर्वाद का आह्वान करता हूँ।”  

उपहारों का आदान-प्रदान

इस आयोजन का अंतिम पड़ाव  था उपहारों का आदान-प्रदान। संत पापा  फ्राँसिस ने असीसी के संत फ्राँसिस और सुल्तान अल-मलिक अल-कामिल के बीच की मुलाकात का एक प्रचीन पदक भेंट की, जो कि लेजेंडा मायोर के नौवें अध्याय में लिखी गई कड़ी है, जो 800 साल पहले 1219 में हुआ था। पदक के चारो ओर प्रेरितिक यात्रा का लैटिन शिलालेख है : "मुझे अपनी शांति का वाहक बना।"  शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने संत पापा फ्राँसिस को  22 जून, 1963 को संयुक्त अरब अमीरात में पहले गिरजाघर के निर्माण के लिए भूमि के कागजात उपहार में दी।

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संत पापा फ्राँसिस का यूएइ में भव्य स्वागत
04 February 2019, 16:10