संत पापा शिशु को बपतिस्मा संस्कार देते हुए संत पापा शिशु को बपतिस्मा संस्कार देते हुए 

घर में ही विश्वास को दें, संत पापा फ्राँसिस

संत पापा ने 27 बच्चों को बपतिस्मा संस्कार दिया ओर बच्चों के माता पिता को आमंत्रित किया कि वे अपने घर पर अपने बच्चों को अपने विश्वास का हस्तांतरण करें।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 14 जनवरी 2019 (वाटिकन न्यूज) : रविवार 13 जनवरी को प्रभु के बपतिस्मा महोत्सव के दिन संत पापा ने वाटिकन के प्रसिद्ध सिस्टीन प्रार्थनालय में पवित्र युखारीस्तीय समारोह के दौरान 27 शिशुओं को बपतिस्मा संस्कार दिया।

संत पापा ने प्रवचन के दौरान आने वाली पीढ़ी को विश्वास के हस्तांतरण में माता पिता के कर्तव्यों पर मनन किया।

संत पापा ने माता पिताओं से कहा, “आपने कलीसिया से अपने बच्चों के लिए विश्वास मांगा हैं और आज वे पवित्र आत्मा को ग्रहण करेंगे। प्रत्येक को विश्वास का वरदान मिलेगा और इस विश्वास को बढ़ना चाहिए।”  

घर में विश्वास को बढ़ावा दें

संत पापा ने कहा कि बच्चों को स्कूलों और धर्मशिक्षा क्लास में विश्वास के बारे पढ़ाये जाने से पहले ही माता पिता को अपने घर पर विश्वास के बारे बताना चाहिए। बच्चों को अपनी मातृभाषा में और पारिवारिक माहौल में घर पर माता पिता विश्वास के बारे अपने वचनों से और खुद करके सिखायें। संत पापा ने उदाहरण देते हुए कहा कि जब माता पिता प्रार्थना करते और क्रूस का चिन्ह बनाते हैं तो बच्चे उन्हें देखते और सीखते हैं। बच्चे परिवार में माता पिता को प्यार और शांति से रहते हुए देखते हैं तो वे भी प्रेम से रहना सीखते हैं।

बच्चों के सामने झगड़ा न करें

संत पापा ने माता पिता को सलाह देते हुए कहा, "आप अपने बच्चों के सामने कभी मत लड़ें। यह सामान्य है कि माता-पिता बहस करते हैं। अगर आप लड़ते हैं तो अपने बच्चों को आपस में लड़ते हुए देखने और सुनने न दें।”

"आपको इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि अपने माता-पिता को लड़ते हुए देखना एक बच्चे के लिए कितनी पीड़दायक है।"

उन्होंने कहा कि यह सलाह आपको विश्वास का संचार करने में मदद करेगा।

आरामपूर्वक रहें

अंत में, संत पापा फ्राँसिस ने समारोह में उपस्थित माता-पिता को अपने बच्चों को सहज बनाने और भूख लगने पर उन्हें स्तनपान कराने के लिए आमंत्रित किया।

उन्होंने कहा," मैं आप माताओं से कहता हूँ कि मिस्सा समारोह में भी आप अपने बच्चों को स्तनपान करायें। चिंता न करें। प्रभु यही चाहते है।”

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

14 January 2019, 16:18