पुरोहित मिस्सा बलिदान चढ़ाते हुए पुरोहित मिस्सा बलिदान चढ़ाते हुए 

अमेरिकी महाद्वीप पर प्रथम यूखारिस्तीय समारोह की 525वीं वर्षगांठ

संत पापा फ्राँसिस ने अमेरिकी महाद्वीप पर प्रथम यूखारिस्तीय समारोह की 525वीं वर्षगांठ पर 5 जनवरी को पुएरतो प्लाटा धर्मप्रांत के इसाबेला में हो रहे समारोह के लिए अपने विशेष दूत को नियुक्त किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 29 दिसम्बर 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने अमेरिकी महाद्वीप पर प्रथम यूखारिस्तीय समारोह की 525वीं वर्षगांठ पर 5 जनवरी 2019 को दोमेनिक गणराज्य के पुएरतो प्लाटा धर्मप्रांत स्थित इसाबेला में हो रहे समारोह के लिए अपने विशेष दूत संत साल्वादोर के धर्माध्यक्ष कार्डिनल ग्रेगोरियो रोसा चावेज को नियुक्त किया।

संत पापा फ्राँसिस ने दोमेनिक गणराज्य के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के उप-महासचिव और संत दोमेनिको महाधर्मप्रांत के पुरोहित डॉन कारलोस मानुए अबेरु और पुएरतो प्लाटा धर्मप्रांत के इसाबेला पल्ली के पल्ली पुरोहित डॉन बेर्नार्दो कीवी को पत्र लिखकर समारोह के लिए अपने विशेष दूत संत साल्वादोर के सहायक धर्माध्यक्ष कार्डिनल ग्रेगोरियो रोसा चावेज की नियुक्ति को सूचित किया।

संत पापा का पत्र

संत पापा ने अपने पत्र में लिखा कि पवित्र यूखारिस्तीय समारोह में येसु विशेष रुप से हमारे साथ संयुक्त होते हैं। अंतिम व्यारी में येसु ने अपने चेलों को रोटी और दाखरस के रुप में अपना शरीर और लोहू पीने को दिया था। स्वर्गोरोहन के पहले उन्होंने अपने चेलों ओर शिष्यों के साथ दुनिया के अंत तक साथ रहने की प्रतिज्ञा की थी। (मत्ती 28,20)

प्रथम मिस्सा समारोह

संत पापा ने लिखा कि ईश्वर के राज्य के विस्तार के लिए संत पापा अलेक्जेंडर छठे ने क्रिस्टोफर कोलंबस की दूसरी यात्रा में उनके साथ कुछ मिशनरियों को भेजा। वे स्पेन आये और कोलम्बस ने उस स्थान का नाम इसाबेला रखा और वहीं 1494 में फादर बेर्नार्ड बोइल ने प्रभु प्रकाश का पवित्र मिस्सा बलिदान चढ़ाया। विश्वास का पहला बीज वहीं गिरा और प्रभु की कृपा धीरे-धीरे पूरे अमेरिकी महाद्वीप में फैल गई।

संत पापा ने लिखा कि हाल ही में दोमेनिकन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष मौनेसिस मोन्ते ख्रीस्त ने अमेरिकी महाद्वीप पर प्रथम यूखारिस्तीय समारोह की 525वीं वर्षगांठ पर 5 जनवरी को पुएरतो प्लाटा धर्मप्रांत के इसाबेला में हो रहे समारोह से अवगत कराया और उन्हें आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि इस दिन को यादगार बनाने हेतु विशेष प्रार्थनाएं और सेमिनार का आयोजन किये जा रहे हैं। संत पापा ने लोक धर्मियों के विश्वास को बढ़ाने हेतु धर्माध्यक्षों और पुरोहितों के प्रेरितिक कार्यों की प्रशंसा की।

अंत में संत पापा ने अमेरिका की संरक्षिका माता मरिया सुपुर्द सभी विश्वासियों को रखते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

29 December 2018, 16:51