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बालक येसु की मूर्ती पर आशीष बालक येसु की मूर्ती पर आशीष  

बालक येसु की मूर्तियों पर आशीष

संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को बालक येसु की मूर्तियों पर आशीष प्रदान की। कई सालों से आगमन के तीसरे रविवार को देवदूत प्रार्थना के दौरान, संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में बालक येसु की मूतियों पर आशीष प्रदान की जाती है। इस रविवार को "बंबिनेल्ली रविवार" भी कहा जाता है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 17 दिसम्बर 2018 (रेई)˸  संत पापा फ्राँसिस ने 16 दिसम्बर को देवदूत प्रार्थना के उपरांत जानकारी देते हुए कहा कि विगत सप्ताह मोरोक्को के माराकेह में सुरक्षित, सामान्य और नियमित आप्रवासन को अनुमोदन दिया गया जिसका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक ढांचा बनाना है।

संत पापा ने आशा व्यक्त की कि इस प्रयास द्वारा उन लोगों के लिए जिम्मेदारी, एकजुटता और करुणा के साथ काम किया जाएगा, जिन्होंने विभिन्न कारणों से अपना देश छोड़ दिया है। संत पापा ने सभी विश्वासियों से उनके लिए प्रार्थना की अपील की।

इसके बाद, संत पापा ने सभी परिवारों, पल्ली दलों तथा संगठनों का अभिवादन किया जो रोम, इटली एवं विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये थे। उन्होंने, विशेषकर, सेविल्ले, हमबर्ग, म्यूनिक तथा बेल्जियम के कापेल्ले के तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया। संत पापा ने पेस्कारा, बुक्यानिको, फाब्रियानो एवं ब्लेरा, कोम्बोनी लोकधर्मी मिशनरी एवं जेसोलो एवं कासावियो के स्काऊट का भी अभिवादन किया।

चरनी के पास प्रार्थना करने की सलाह

संत पापा ने रोम के बच्चों का विशेष रूप से अभिवादन किया जो संत पापा का आशीर्वाद पाने आये थे। उनके साथ उनके सहायक धर्माध्यक्ष रूत्जा भी थे। संत पापा ने बच्चों को सम्बोधित कर कहा, "प्यारे बच्चो जब आप अपने घर में चरनी के पास एक साथ प्रार्थना करेंगे, तब आप अपनी नजर बालक येसु पर डालिये, ऐसा करने से आप ईश्वर के मनुष्य बनने के महान रहस्य पर आश्चर्य महसूस करेंगे तथा पवित्र आत्मा आपके हृदय में, येसु की विनम्रता, कोमलता एवं अच्छाई भर देंगे। यही आपके लिए और आपके परिवार वालों के लिए एक सच्चा क्रिसमस है।"

अंत में, संत पापा ने प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार एवं आगमन काल के तीसरे सप्ताह की मंगलकामनाएँ अर्पित की।

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17 December 2018, 16:40