रोम में लातिनी अमरीका कॉलेज के कुल 100 विद्यार्थी पुरोहितों से मुलाकात करते संत पापा रोम में लातिनी अमरीका कॉलेज के कुल 100 विद्यार्थी पुरोहितों से मुलाकात करते संत पापा 

लोगों के करीब रहें, लातीनी अमरीकी पुरोहितों से संत पापा

संत पापा फ्राँसिस ने 15 नवम्बर को रोम में लातिनी अमरीका कॉलेज के कुल 100 विद्यार्थी पुरोहितों एवं स्टाफ से मुलाकात की, जो अपने कॉलेज की 160वीं सालगिराह मना रहे हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार को लातिनी अमरीका के पुरोहितों से अपील की कि वे आपस में मित्रता एवं भाईचारा का संबंध स्थापित करें, अपने लोगों के करीब रहें तथा ख्रीस्त से संयुक्त रहें।

रोम स्थित परमधर्मपीठीय लातीनी अमरीका कॉलेज, विद्यार्थी पुरोहितों का हॉस्टेल है जहाँ विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थाओं में उच्च कलीसियाई शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थी रहते हैं।  

सांस्कृतिक विविधताएँ

संत पापा ने याद किया कि लातीनी अमरीका की संस्कृति, टकराव, विभाजनकारी बहस और बाहर वालों के प्रति नफरत के कारण खंडित हो गयी थी। उन्होंने कहा कि कलीसिया उन प्रवृतियों एवं विचारधारा के उपनिवेशण से अनभिज्ञ नहीं है। लोगों को जोखिमों का सामना करना पड़ता है यदि मुलाकात की भूमि होने की बुलाहट को भुला दिया जाता है।

महादेश के नये और पुराने घावों के चिन्ह पर गौर करते हुए संत पापा ने लातीनी अमरीका के विद्यार्थी पुरोहितों से अपील की कि वे रोम में अपने समय का सदुपयोग करें तथा समुदाय में मित्रता एवं भाईचारा का संबंध स्थापित करें। अपने भाइयों के आनन्द और आशा, दुःख और परेशानी को बाटें।

सहयोग एवं एकात्मता

संत पापा ने पुरोहितों से अपील की कि वे एक पुरोहितीय समुदाय का निर्माण करें जो उनके बीच ठोस एकात्मता से उत्पन्न हो, संकीर्ण मानसिकता से बाहर निकलें तथा दूसरों को आशा प्रदान करने के लिए अपने आप को खोलें।

संत पापा ने चेतावनी दी कि दूसरी ओर, सहभागिता की भावना के बिना वे अपने आपको कमजोर बनाते तथा धीरे धीरे अनजाने ही, अमरीका की कलीसिया को ईश्वर रहित बना सकते हैं। उसे ख्रीस्त के बिना एवं विश्वासियों से रहित कलीसिया बना सकते हैं।

लोगों के करीब

संत पापा ने कहा कि ख्रीस्त एवं ख्रीस्त के प्रेम को, जीवन के लिए उत्साह तथा गरीबों, पीड़ितों एवं जरूरतमंद लोगों के प्रति विशेष ध्यान के बिना प्रकट नहीं किया जा सकता। अतः संत पापा ने आग्रह किया कि उन्हें लोगों के जीवन के करीब रहने के आनन्द का विकास करना तथा अपने को उनसे कभी दूर नहीं रखना चाहिए। इस प्रकार लातीनी अमरीका कॉलेज की 160वीं वर्षगाँठ, लातीनी अमरीकी कलीसिया के संत ऑस्कर रोमेरो की संत घोषणा के वर्ष में पड़ रहा है जो इस कॉलेज के विद्यार्थी थे और जो निष्ठा एवं पवित्रता के जीवन्त उदाहरण हैं।

अंत में संत पापा ने लातीनी अमरीका के विद्यार्थी पुरोहितों से कहा कि वे राज्य पुजारी बनने से बचें, पवित्रता से न डरें तथा अपने लोगों के लिए जीवन अर्पित करें।

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15 November 2018, 17:22