उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 27 नवम्बर 2018 (रेई)˸ जिनका जीवन प्रभु की दृष्टि में योग्य होगा वे उनके राज्य में प्रवेश करेंगे जबकि जिनका जीवन उनके योग्य नहीं होगा वे ईश्वर के राज्य में प्रवेश नहीं कर पायेंगे और उन्हें अनन्त दण्ड दिया जाएगा।
प्रभु कहते हैं कि उनके राज्य में वे ही प्रवेश करने के योग्य होंगे जो उनकी आज्ञाओं का पालन करते हैं।
संत पापा फ्राँसिस ने 27 नवम्बर को एक ट्वीट प्रकाशित कर इस पर चिंतन करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने संदेश में लिखा, "इस सप्ताह कलीसिया हमें अपने आप से यह पूछने हेतु निमंत्रण देती है, कि जब प्रभु मुझे बुलायेंगे तो मैं अपने को किस स्थिति में पाया जाना चाहूँगा?"