प्रथम विश्व युद्ध के समापन का स्मारक प्रथम विश्व युद्ध के समापन का स्मारक 

संत पापा ने तीन प्रमुख तिथियों की याद की

संत पापा फ्राँसिस ने देवदूत प्रार्थना के उपरांत विश्वासियों का अभिवादन किया तथा तीन प्रमुख तिथियों की याद की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

रविवार को देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने तीन प्रमुख तिथियों की याद की जिनमें पहला है 16 शहीदों की धन्य घोषणा, दूसरा, प्रथम विश्व युद्ध के समापन का एक सौ साल और तीसरा, गरीबों के लिए विश्व दिवस।

16 शहीदों की धन्य घोषणा

संत पापा ने कहा, "कल बर्सेलोना में ओलमो के फादर थेओदोरो इलेरा एवं उनके 15 शहीद साथियों की धन्य घोषणा हुई। उनमें से 13 समर्पित स्त्री एवं पुरूष थे तथा तीन लोकधर्मी। नौ समर्पित एवं लोकधर्मी संत पेत्रुस की सिकड़ी धर्मसमाज के सदस्य थे जबकि तीन धर्मसमाजी कपुचिन धर्मसमाज के। उनमें से एक पवित्रतम हृदय के फ्रांसिसकन धर्मसमाज का था। ये सभी नये धन्य, स्पेन में युद्ध एवं धार्मिक अत्याचार के दौरान अपने विश्वास के कारण विभिन्न स्थानों एवं विभिन्न तिथियों में शहीद हो गये थे। हम इन साहसी गवाहों के लिए ईश्वर की स्तुति करें।"

प्रथम विश्व युद्ध का समापन    

संत पापा ने प्रथम विश्व युद्ध के समापन की याद करते हुए कहा, आज प्रथम विश्व युद्ध के अंत की एक सौवीं बरसी है जिसको मेरे पुर्वाधिकारी संत पापा बेनेडिक्ट पंद्रहवें ने व्यर्थ नरसंहार कहा था। इसके लिए इताली समयानुसार आज दोपहर 1.30 बजे संत पेत्रुस महागिरजाघर समेत विश्व भर की घंटियाँ बजायी जायेंगी। प्रथम विश्व युद्ध के इतिहास का यह पृष्ठ हमारे लिए एक कड़ी चेतावनी है कि हम युद्ध की संस्कृति का बहिष्कार करें तथा हर प्रकार के तनावों का समाधान करने हेतु वैध साधन प्राप्त करें जहाँ आज भी विश्व के कई हिस्सों में खून का दाग है। इसका अर्थ है कि हमने इससे नहीं सीखा है। जब हम उस भयंकर त्रासदी के सभी शहीदों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं हम इस पर जोर दें, शांति के लिए कार्य करें युद्ध के लिए नहीं और एक प्रतीक के रूप में संत मार्टिन की याद करें जिनकी याद हम आज करते हैं। उन्होंने अपने वस्त्र को दो भागों में काट डाला था ताकि गरीब व्यक्ति के साथ साझा कर सके। मानवीय सहानुभूति का उनका कार्य सभी लोगों को शांति का निर्माण करने का रास्ता दिखलाये।  

गरीबों के लिए विश्व दिवस 

संत पापा ने जानकारी दी कि अगले रविवार विभिन्न प्रयासों एवं प्रार्थनाओं तथा बांटे जाने के द्वारा गरीबों के लिए दूसरे विश्व दिवस की याद की जाएगी। यहाँ संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया गया है जो इस सप्ताह जरूरतमंद व्यक्तियों को सेवा प्रदान करेगी। उन्होंने उम्मीद जतायी कि यह प्रयास पिछले, हाशिये एवं भूखे लोगों की ओर ध्यान आकृष्ट करने हेतु प्रोत्साहन प्रदान करेगा।

तत्पश्चात संत पापा ने रोम तथा विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया।  

अंत में उन्होंने प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगल कामनाएँ अर्पित की।     

 

 

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12 November 2018, 17:00