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यूक्रेन में वर्ष  1932-1933 में हुई भीषण भुखमरी की स्मृति यूक्रेन में वर्ष 1932-1933 में हुई भीषण भुखमरी की स्मृति  

संत पापा ने यूक्रेन में हुई भीषण अकाल की याद की

संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 25 नवम्बर को ख्रीस्त राजा महापर्व के दिन देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के उपरांत विभिन्न घटनाओं की याद की तथा विभिन्न दलों का अभिवादन किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 26 नवम्बर 2018 (रेई) संत पापा ने यूक्रेन में सोवियत शासन द्वारा उत्पन्न किये गये एक भीषण भूखमरी का स्मरण किया, जिसके शिकार लाखों लोग हुए थे। उन्होंने कहा, उसे याद करना दर्दनाक है। अतीत का घाव सभी को निमंत्रण देता है कि इस तरह की त्रासदी को न दोहराया जाए। हम उस प्यारे देश के लिए प्रार्थना करते हैं जो शांति की कामना करता है। 

 

तत्पश्चात्, संत पापा ने इटली तथा विश्व के विभिन्न देशों के तार्थयात्री परिवारों, पल्ली दलों, एवं संगठनों का अभिवादन किया। खासकर उन्होंने गायक मंडलियों के तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के सदस्यों का अभिवादन किया जिन्होंने वाटिकन में आयोजित सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने कहा, "मैं उनकी उपस्थिति तथा धर्मविधि की महत्वपूर्ण सेवा एवं सुसमाचार प्रचार के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूँ।"  

उसके बाद संत पापा ने प्रजनन शक्ति पर कॉन्ग्रेस के प्रतिभागियों का अभिवादन किया जिसका आयोजन संत पापा पौल षष्ठम के प्रेरितिक विश्व पत्र ह्यूमानेए वितेए की 50वीं सालगिराह पर सेक्रेड हार्ट काथलिक विश्व विद्यालय द्वारा किया गया था। 

अंत में उन्होंने प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की। 

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26 November 2018, 15:17