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पुण्य शुक्रवार के दिन एक ख्रीस्तीय क्रूस का चुम्बन करते हुए पुण्य शुक्रवार के दिन एक ख्रीस्तीय क्रूस का चुम्बन करते हुए 

संत पापा ने "शाहबाज भट्टी मिशन" के सदस्यों से मुलाकात की

संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 30 नवम्बर को पाकिस्तान में "शाहबाज भट्टी मिशन" (एम एस बी) संगठन के 33 सदस्यों से वाटिकन में मुलाकात की तथा उनके माध्यम से पाकिस्तान के सभी ख्रीस्तियों का अभिवादन किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 30 नवम्बर 2018 (रेई)˸ "शाहबाज भट्टी मिशन" संगठन, पाकिस्तान में अल्पसंख्यक मामलों के संघीय मंत्री शाहबाज भट्टी के विचारों एवं दर्शन से प्रेरित है। वे मानवीय समानता, सामाजिक न्याय तथा पाकिस्तान में अंतरधार्मिक वार्ता को बढ़ावा देने के कारण 2 मार्च 2011 को शहीद हो गये थे।

शाहबाज भट्टी मिशन

शाहबाज भट्टी मिशन संगठन का उद्देश्य है पाकिस्तान में एक प्रतिष्ठित एवं सम्मान पूर्ण समाज के निर्माण हेतु कार्य जारी रखना।

संत पापा ने संगठन के सदस्यों को सम्बोधित कर कहा, "मैं आप सभी का स्वागत करता हूँ तथा आप के माध्यम से पाकिस्तान के सभी ख्रीस्तियों का अभिवादन करता हूँ, विशेषकर, उनकी याद करता हूँ जो कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।"

शाहबाज भट्टी मिशन पाकिस्तान में सबसे बड़ा अल्पसंख्यक आंदोलन है। संत पापा ने कहा, "मैं यह जानकर खुश हूँ कि शाहबाज भट्टी आज पाकिस्तान में अनेक लोगों के द्वारा प्रेम और आदर दिये जाते हैं तथा उनकी कुर्बानी आशा का समृद्ध फल उत्पन्न कर रही है।"

संत पापा ने कहा कि शाहबाज भट्टी का जीवन जो बलिदान द्वारा मिट्टी में गिर कर मर गया, वह वार्ता, समझदारी, मेल-मिलाप, साहस एवं विनम्रता का फल लाया। एक ख्रीस्तीय के दुःख सहने के द्वारा दल का निर्माण हुआ जो दुनियाभर में भाईचारा के सेतु का निर्माण कर रहा है तथा भाषा, संस्कृति एवं धर्म की पृथकता से लोगों को ऊपर उठने में मदद दे रहा है। इस तरह लोग पवित्र आत्मा से प्रेरित होकर शांति एवं न्याय के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं।

संगठन को संत पापा का प्रोत्साहन

संत पापा ने एकात्मता एवं उदारता बढ़ाने में संगठन के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें प्रोत्साहन दिया कि वे इस सुसमाचारी साक्ष्य को आगे बढ़ायें ताकि वे झूठे आरोपों में फंसे लोगों की मदद कर सकें तथा आधुनिक युग की गरीबी एवं दासता से संघर्ष करने हेतु ठोस उपाय पा सकें।

संत पापा ने संगठन के सदस्यों को अपनी प्रार्थना का आश्वासन देते हुए उनके लिए कामना की कि अनेक लोगों के उदार सहयोग द्वारा वे पाकिस्तान के उन सभी क्षेत्रों में फैल सकें जहाँ ख्रीस्तीय एवं अल्पसंख्यक रहते हैं तथा जिन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ता है। संत पापा ने यह याद दिलाते हुए कहा कि संगठन का कार्य पवित्र आत्मा का कार्य है माता मरियम की मध्यस्थता द्वारा प्रार्थना की कि वे उन्हें पवित्र आत्मा के लिए अपने हृदय को खोलने एवं विनम्र बनने में सहायता दें।

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30 November 2018, 13:30