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आम दर्शन के दौरान लोगों से मिलते हुए संत पापा फ्राँसिस आम दर्शन के दौरान लोगों से मिलते हुए संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा जॉन पॉल द्वितीय की नजर आप पर है, संत पापा फ्रांसिस

संत पापा जॉन पॉल द्वितीय के उपहार के लिए ईश्वर का शुक्रिया अदा करने हेतु क्राकोव के ख्रीस्तीय रोम की तीर्थ यात्रा पर हैं। आज सुबह वाटिकन में तीर्थयात्रियों ने संत पापा फ्राँसिस के साथ मुलाकात की और संत पापा जॉन पॉल द्वितीय के महान समर्पण और संवेदनशीलता को याद किया जो संत पापा वोइतिल्ला के प्रेरिताई की विशेषता थी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार,10 अक्टूबर 2018 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने बुधवार को वाटिकन के संत पापा पौल छठे सभागार में पोलैंड के क्राकोव महाधर्मप्रांत से आये करीब 700 विश्वासियों के साथ मुलाकात की। उनहोंने 2016 की गर्मियों में क्राकोव में विश्व युवा दिवस के अवसर पर उनके दवारा किये गये स्वागत को भी याद किया।

संत पापा फ्राँसिस ने मुलाकात के दौरान संत पापा जॉन पॉल द्वितीय को विशेष रुप से याद किया जिनकी परमाध्यक्ष के रुप में नियुक्त होने की 40 वीं वर्षगांठ के अवसर पर क्राकोव के विश्वासी अपने पापा के लिए ईश्वर को शुक्रिया अदा करने रोम आये हुए हैं।  

संत पापा जॉन पॉल द्वितीय 1964 से लेकर 16 अक्टूबर 1978 को संत पापा चुने जाने तक क्राकोव के महाधर्माध्यक्ष के रुप में अपनी सेवा प्रदान की थी।

संत जॉन पॉल द्वितीय और क्राकोव के संत

संत पापा फ्राँसिस ने संत पापा वोइतिल्ला और उनकी जन्म भूमि के बीच मजबूत बंधन को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि संत पापा जॉन पॉल द्वितीय ने विश्वव्यापी कलीसिया को बड़े उपहारों से समृद्ध किया है, जो उसे आपकी मातृ भूमि और आपकी कलीसिया की आस्था और पवित्रता के खजाने से विरासत के रुप में मिली थी।

मसीह और मनुष्य को समर्पित समर्पण

संत पापा ने अपनी बातों को जारी रखते हुए कहा कि क्राकोव के संतों से, उन्होंने "मसीह के लिए असीम समर्पण और हर व्यक्ति के लिए महान संवेदना सीखा" जो उनके सभी प्ररितिक कार्यों को प्रेरित करती थी।

उन्होंने ईश्वर से सुसमाचार के प्रकाश में समय के संकेतों को पढ़ने में सक्षम होने का महान उपहार प्राप्त किया था और उन्होंने अपने लोगों के आध्यात्मिक जीवन को फलप्रद बनाया।"

न्याय और शांति की कलीसिया

संत पापा ने कहा कि पोलैंड की कलीसिया अपने इतिहास की दर्दनाक घटनाओं में "ईश्वर में विश्वास कभी नहीं खोया है" और अपने जड़ों के प्रति निष्ठा आपके विश्वास को बढ़ाता है।

इन जड़ों के प्रति वफादार, उन्होंने पूरे मानव परिवार के लिए शांति, न्याय और समग्र विकास के लिए कलीसिया को अभिभावक के रूप में खड़ा करने की कोशिश की थी। साथ ही, उन्होंने  ईश्वरीय इच्छा के प्रति कृपा और आज्ञाकारिता की प्राथमिकता पर जोर दिया था।

पवित्रता के मार्ग पर आनंददायक प्रतिक्रिया

संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि संत जॉन पॉल द्वितीय की समृद्ध विरासत हम सभी को मसीह के प्रति वफादार होने और अपनी विशिष्ट व्यक्तिगत स्थिति में पवित्रता के लिए बुलाए जाने पर खुशी के साथ जवाब देने हेतु एक चुनौती देती है। क्राकोव की कलीसिया को सजीव बनायें रखें, जिससे संत पापा जॉन पॉल द्वितीय को बहुत लगाव था। वे स्वर्ग से आप सभी को देखते हैं और आपके लिए प्रार्थना करते हैं।

अंत में संत पापा ने सभी के साथ पोलिस भाषा में प्रणाम मरिया प्रार्थना का पाठ किया और उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

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10 October 2018, 17:31