क्रेताइल धर्मप्रांत के पुरोहितों को संदेश देते हुए संत पापा फ्राँसिस क्रेताइल धर्मप्रांत के पुरोहितों को संदेश देते हुए संत पापा फ्राँसिस 

क्रेताइल धर्मप्रांत के पुरोहितों को संत पापा फ्राँसिस का संदेश

संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के क्लेमेंटीन सभागार में फ्रांस स्थित क्रेताइल धर्मप्रांत से आये सौ पुरोहितों से मुलाकात की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार,1 अक्टूबर 2018(रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 1 अक्टूबर को वाटिकन में उनका हार्दिक स्वागत करते हुए क्रेताइल धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष सेंतीर को उनके इस पहल और परिचय भाषण के लिए धन्यवाद दिया, साथ ही उनके माध्यम से धर्मप्रांत के सभी ख्रीस्तीय विश्वासियों को अपना आध्यात्मिक सामीप्य प्रदान किया।

येसु के समान चरवाहा बनें

संत पापा ईश्वर को "सुसमाचार की सेवा के लिए उनकी बुलाहट” हेतु धन्यवाद दिया। (सीएफ, रोमियों 1:1) उन्होंने कहा कि वे अपने लोगों के बीच मसीह के रहस्यों के विश्वासी प्रशासक बनने के लिए बुलाये गये हैं। वर्तमान में कलीसिया की नाव विपरीत और हिंसक हवाओं से प्रभावित हुई है, खासतौर पर इसके कुछ सदस्यों द्वारा किए गए गंभीर दोषों के कारण। इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि हमें नम्रता के साथ पुरोहित के रुप में अपने दैनिक उत्तरदायित्वों को पूरा करना है। हम जानते हैं कि हमने ईश्वर के बुलावे को स्वीकार किया है पर आत्मा के उपहार से "सुपरहीरो" होने के लिए हमारा अभिषेक नहीं हुआ है। हम पश्चतापी हृदय लिये लोगों के पास भेजे गये हैं ताकि हम भी घायल, मृत और जी उठे येसु के समान लोगों के चरवाहे बनें। कलीसिया के सेवक के रूप में हमारा मिशन इस दुनिया के घावों में पुनरुत्थान की ताकत को देखना है। इस तरह हम पवित्रता के मार्ग पर नम्रता से प्रगति करने के लिए बुलाये गये हैं जिससे हम सुसमाचार की खुशी की गवाही देते हुए विश्वासियों को भी मिशनरी बनने और उनके प्रेरितिक कार्यों को करने में मदद कर सकें।

गरीबों की सेवा में खुशी

संत पापा ने पुरोहितों को अपने धर्मप्रांत के संगठन के संशोधन पर पर्याप्त समय लेने के लिए कहा। वे कलीसिया के घावों को देखने से न डरें। किसी की आलोचना करने के बजाय येसु के चरणों में जायें। वे ही हमें चंगा कर नई शुरुआत करने की कृपा देंगे। हमें मूल रूप से चिंता उन भाइयों और बहनों के लिए करनी चाहिए जो येसु मसीह के साथ दोस्ती और सांत्वना के बिना शक्तिहीन जीवन जीते हैं, विश्वासी समुदाय से अलग रहकर बिना क्षितिज के अर्थहीन जीवन जीते हैं। "(एवांजेलि गौडियम, 49) इस परिप्रेक्ष्य में, पवित्र आत्मा आपका मार्गदर्शन करें और आपको सुबुद्धि प्रदान करें। धन्य मेदालेनीय देलब्रेल की सुंदर अभिव्यक्ति के अनुसार, ईश्वर आपको येसु मसीह की कलीसिया की सेवा और प्रेम करने में आपकी सहायता करे। आपको प्रतिदिन गरीबों, हाशिये पर जीवन यापन करने वालों और समाज से परित्यक्त लोगों के पास जाने का बल और सेवा करने की खुशी मिले।

अंत में  संत पापा ने उन्हें माता मरियम के संरक्षण और धन्य मेदालेनीय की मध्यस्ता के सिपुर्द करते हुए अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया। रोम की तार्थयात्रा की शुभकामना देते हुए उन्हें विदा किया

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01 October 2018, 16:25