संत पापा से मिला क्रूस दिखता एक व्यक्ति संत पापा से मिला क्रूस दिखता एक व्यक्ति 

डॉन पीनो प्रेरणा देते हैं कि बुराई से अधिक शक्तिशाली है अच्छाई

संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 16 सितम्बर को देवदूत प्रार्थना के उपरांत विश्वासियों का अभिवादन किया। उन्होंने पलेरमो की प्रेरितिक यात्रा की याद की तथा विश्वाससियों के बीच क्रूस वितरण कर, उन्हें अपनी मुक्ति पर चिंतन करने हेतु प्रेरित किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 17 सितम्बर 2018 (रेई)˸ संत पापा ने कहा, "कल मैं सिसली के पियात्सा अरमेरिना एवं पलेरमो की प्रेरितिक यात्रा पर गया था, जो धन्य पीनो पुलयेसी की शहादत की 25वीं वर्षगाँठ पर आयोजित की गयी थी।" संत पापा ने डॉन पीनो के लिए ताली बजाकर उनका सम्मान किया तथा कहा, "डॉन पुलयेसी का साक्ष्य हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहे एवं यह दृढ़ता प्रदान करे कि बुराई से अधिक शक्तिशाली है अच्छाई, तथा घृणा से अधिक ताकतवर है प्रेम। ईश्वर सभी सिसली वासियों को आशीर्वाद प्रदान करे।"

यात्रा की सफलता के लिए आभार

संत पापा ने पलेरमो के सभी अधिकारियों तथा इस यात्रा की सफलता  में अपना योगदान देने वाले सभी लोगों के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने हेलीकोप्टर के चालकों की सराहना की और सिसली के धर्माध्यक्षों एवं सभी विश्वासियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

विश्वासियों का अभिवादन

तत्पश्चात संत पापा ने रोम तथा विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्याटकों का अभिवादन किया। उन्होंने मिस्सियो जोवनी (युवा मिशन) महासभा के प्रतिभागियों का अभिवादन किया तथा उन्हें प्रोत्साहन दिया कि वे येसु के करुणावान प्रेम का साक्ष्य दें।

तब संत पापा ने अमेर्सफोर्ट के कोरदेरूस कॉलेज के शिक्षकों एवं लातीनी भाषी विद्यार्थियों का अभिवादन किया। उन्होंने मार्सान के दृढ़ीकरण प्राप्त बच्चों एवं ओरोन ला विल्ला के संगीतकारों की याद की। फिर उन्होंने निकारागुआ के विश्वासियों का भी अभिवादन किया।

संत पापा का उपहार, छोटा किन्तु मूल्यवान

इसके बाद संत पापा ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में उपस्थित सभी विश्वासियों के बीच पवित्र क्रूस का वितरण करते हुए कहा, "आज पवित्र क्रूस विजय पर्व के दो दिनों बाद मैं आपको क्रूस भेंट करना चाहता हूँ।" संत पापा ने क्रूस दिखलाते हुए कहा, क्रूस ईश्वर के प्रेम का चिन्ह है जिन्होंने येसु के द्वारा हमें जीवन प्रदान किया है।" उन्होंने कहा कि वे क्रूस को ग्रहण करें, उसे अपने घर ले जायें तथा अपने बच्चों एवं बुजूर्ग माता-पिता के कमरों अथवा घर के किसी भाग में स्थापित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि क्रूस श्रृंगार की वस्तु नहीं है किन्तु धार्मिक चिन्ह है ताकि हम चिंतन एवं प्रार्थना कर सकें। येसु के क्रूस की ओर नजर लगाकर हम अपनी मुक्ति को देख सकते हैं जिसके लिए हमने कुछ नहीं चुकाया है। उन्होंने कहा कि यह क्रूस संत पापा की ओर से उनके लिए उपहार है। संत पापा ने क्रूस का वितरण करने वाले धर्म-बहनों, गरीबों एवं शरणार्थियों को धन्यवाद दिया और कहा कि यह छोटा है किन्तु अमूल्य है क्योंकि विश्वास हमेशा छोटी चीज और दीन व्यक्ति से उत्पन्न होता है।

अंत में, संत पापा ने प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित कीं। 

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17 September 2018, 15:18