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समर्पित विधवाओं के साथ संत पापा समर्पित विधवाओं के साथ संत पापा 

कमजोर एवं गरीब लोगों को ईश्वर का स्नेह प्रदान करें, संत पापा

संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार 6 सितम्बर को समर्पित विधवाओं के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के 60 प्रतिभागियों से वाटिकन में मुलाकात की तथा उन्हें ईश्वर के प्रेम का साक्षी बनने का प्रोत्साहन दिया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा ने उन्हें सम्बोधित कर कहा, "विधवापन एक कठिन अनुभव है। कुछ लोग दिखलाते हैं कि वे अपने बच्चों और नाती-पोतों पर अधिक समर्पित होकर, अपनी ऊर्जा को व्यक्त करना जानते हैं एवं प्रेम की इस अभिव्यक्ति में एक नया शैक्षिक मिशन पाते हैं।" उन्होंने कहा कि यह आप लोगों के लिए सटीक है क्योंकि पति की मृत्यु ने आपको प्रभु के एक विशेष बुलावे को पहचानने हेतु प्रेरित किया और इसका प्रत्युत्तर आपने प्रभु के प्रेम के लिए अपने को समर्पित करते हुए दिया है। मैं भी आप लोगों के साथ ईश्वर को उनके निष्ठावान प्रेम के लिए धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने आपको पतियों की मृत्यु से ऊपर उठाकर, एक साथ लाया तथा समर्पित जीवन जीने के लिए निमंत्रित कर शुद्धता, निर्धनता एवं आज्ञापालन के व्रतों द्वारा ख्रीस्त का अनुकरण करने की कृपा दी है।

जीवन की कठिनाइयों में ईश्वर की कृपा

कभी-कभी जीवन में बड़ी-बड़ी चुनौतियाँ आती हैं और जिनके द्वारा प्रभु हमें परिवर्तन हेतु निमंत्रण देते हैं तथा हमें अपनी पवित्रता में सहभागी होने एवं अपने जीवन के द्वारा उनका बेहतर साक्ष्य देने की कृपा प्रदान करते हैं।

कलीसिया के लिए वरदान

संत पापा ने समर्पित विधवाओं की सराहना करते हुए कहा कि अपने समर्पण द्वारा आप ने दिखलाया है कि ईश्वर की कृपा तथा कलीसिया के याजकों एवं सदस्यों की सहायता से अपने ही परिवार में, अपने कार्यों एवं समाज की जिम्मेदारियों को निभाते हुए, सुसमाचारी जीवन जीना सम्भव है।

संत पापा ने विधवापन में उनके समर्पण को प्रभु की ओर से कलीसिया के लिए वरदान मानते हुए कहा कि यह हमें स्मरण दिलाता है कि जीवन एवं पवित्रता के रास्ते पर ईश्वर का करूणावान प्रेम हमें कठिनाइयों से ऊपर उठाता तथा आशा एवं सुसमाचार के आनन्द में नया जीवन प्रदान करता है।

संत पापा का निमंत्रण

संत पापा ने उन्हें निमंत्रण दिया कि वे येसु ख्रीस्त में अपनी नजर बनाये रखें तथा उनके साथ संयुक्त रहें क्योंकि अपने हृदय में उन्हें सुनने के द्वारा ही हम साहस एवं धीरज प्राप्त कर सकते तथा समर्पण के द्वारा हम अपने आप को दूसरों को दे सकते हैं। संत पापा ने उन्हें शुभकामनाएँ दी कि वे अपने समर्पित जीवन द्वारा ईश्वर के प्रेम का साक्ष्य दें, जिसके लिए प्रत्येक व्यक्ति बुलाया गया है ताकि वह ईश्वर के द्वारा प्रेम किये जाने के आनन्द एवं सुन्दरता को पहचानें। ख्रीस्त के साथ संयुक्त होकर वे इस दुनिया के आंटे में खमीर तथा अंधकार एवं मृत्यु की छाया में चलने वालों के लिए ज्योति बनें। समुदाय में एक-दूसरे की चिंता करने एवं अपने कड़वे अनुभवों द्वारा वे कमजोर, असहाय एवं गरीब लोगों के करीब आयें तथा उन्हें ईश्वर का प्यार बांटें।  

संत पापा ने उन्हें प्रोत्साहन दिया कि वे अपने समर्पित जीवन को सादगी और सरलता के साथ जीयें। उन्होंने उनके लिए पवित्र आत्मा से प्रार्थना की कि वे कलीसिया एवं विश्व में ईश्वर के कार्यों का साक्ष्य देते रहें।

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समर्पित विधवाओं के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के 60 प्रतिभागी
06 September 2018, 16:00