ख्रीस्तीय मूल को सजीव रखने हेतु लातविया की प्रशंसा
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी
रीगा, सोमवार, 24 सितम्बर 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस ने सोमवार को बाल्कन देशों की अपनी तीर्थयात्रा के तीसरे दिन रीगा में अपने आगमन के अवसर पर सोवियत एवं नाज़ी अधिकरण काल में कष्ठों के बावजूद अपने ख्रीस्तीय मूल को बरकरार रखने के लिये लातविया के लोगों की सराहना की.
उन्होंने कहा, "आप सब स्वतंत्रता की क़ीमत से भली-भाँति परिचित हैं, जिसे पाने के लिये आपको बारम्बार संघर्ष करना पड़ा है."
लातविया के स्वतंत्रता स्मारक की भेंट
राष्ट्रपति भवन में सम्पन्न समारोह के उपरान्त सन्त पापा लातविया के राष्ट्रपति के साथ रीगा स्थित 42 मीटर ऊँचे लातविया के स्वतंत्रता स्मारक की भेंट करने गये. अवस अवसर पर लगभग सौ बच्चों एवं युवाओं ने गीत गाकर सन्त पापा का भावपूर्ण स्वागत किया. स्मारक स्थल पर कुछ क्षण मौन रहने के उपरान्त सन्त पापा ने स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की.
ख्रीस्तीय सम्प्रदायों के धर्मगुरुओं के साथ प्रार्थना समारोह
सोमवार को ही रीगा स्थित लूथरन ख्रीस्तीय महागिरजाघर में ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक प्रार्थना समारोह सम्पन्न हुआ जिसमें लातविया के प्रमुख ख्रीस्तीय सम्प्रदायों के 10 धर्मगुरुओं सहित लगभग डेढ़ हज़ार श्रद्धालु उपस्थित हुए. प्रार्थना समारोह के दौरान बाईबिल धर्मग्रन्थ से पाठ पढ़े गये, विश्वासियों ने प्रार्थनाएँ अर्पित कीं, हे पिता हमारे प्रार्थना का सामूहिक पाठ किया गया तथा सन्त पापा के प्रवचन एवं आशीर्वाद के साथ प्रार्थना समारोह समाप्त हुआ.
लातविया में 25 प्रतिशत लोग लूथरन ख्रीस्तीय, 19 प्रतिशत ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीय तथा 16 प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी है.
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