विलनियुस के महागिरजाघर के काज़ीमीर प्रार्थनालय में विलनियुस के महागिरजाघर के काज़ीमीर प्रार्थनालय में 

विलनियुस के महागिरजाघर की भेंट, काओनास में ख्रीस्तयाग समारोह

सन्त पापा फ्राँसिस ने विलनियुस स्थित देश के संरक्षक सन्त स्तानिसलाव एवं सन्त लादिसलाव को समर्पित महागिरजाघर की भेंट की। यहाँ लगभग 60 वृद्ध धर्मबहनों एवं वृद्ध पुरोहितों सहित महागिरजाघर के पल्ली पुरोहित ने सन्त पापा का हार्दिक स्वागत किया। महागिरजाघर में सन्त काज़ीमीर को समर्पित प्रार्थनालय में सन्त पापा कुछ समय मौन प्रार्थना में व्यतीत किया।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी


लिथुआनिया, शनिवार, 23 सितम्बर 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): लिथुआनिया की राजधानी विलनियुस में युवाओं को सन्देश देने के उपरान्त सन्त पापा फ्राँसिस ने विलनियुस स्थित देश के संरक्षक सन्त स्तानिसलाव एवं सन्त लादिसलाव को समर्पित महागिरजाघर की भेंट की. यहाँ लगभग 60 वृद्ध धर्मबहनों एवं वृद्ध पुरोहितों सहित महागिरजाघर के पल्ली पुरोहित ने सन्त पापा का हार्दिक स्वागत किया. महागिरजाघर में सन्त काज़ीमीर को समर्पित प्रार्थनालय में सन्त पापा कुछ समय मौन प्रार्थना में व्यतीत किया और इसके बाद वृद्धाश्रम के पुरोहितों एवं धर्मबहनों से मुलाकात कर उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान किया. धक धर्मबहन तथा एक पुरोहित ने सन्त पापा गुलदस्ते अर्पित किये जिन्हें उन्होंने साईबिरिया की रानी मरियम की प्रतिमा के समक्ष रख दिया.

ग़ौरतलब है कि सोवियत अधिकरण काल ​​में विलनियुस का महागिरजाघर बन्द कर दिया गया था तथा इसे एक आर्ट गैलरी में परिणत कर दिया गया था. महागिरजाघर के अपवित्रीकरण के प्रयास में इसके परिसर में कई दूकाने खोल दी गई थी. अपने भित्तिचित्रों, रंगचित्रों, तक्षित प्रतिमाओं एवं समाधियों के चलते इस महागिरजाघर को विश्व के सर्वाधिक सुन्दर महागिरजाघरों में से एक माना जाता है.

काओनास की काथलिक कलीसिया

बाल्कन देशों में अपनी प्रेरितिक यात्रा जारी रखते हुए रविवार को सन्त पापा ने लिथुआनिया के काओनास में ख्रीस्तयाग अर्पित किया. काओनास लिथुआनिया का दूसरा सर्वाधिक विशाल शहर है. काओनास की कुल आबादी 651,400 है जिनमें 521,000 काथलिक धर्मानुयायी हैं. लगभग 120 पुरोहित, 92 पल्लियों एवं 21 गिरजाघरों के माध्यम से, काथलिकों की प्रेरिताई में संलग्न हैं.

काओनास के पार्को सान्ताकोज़ उद्यान में काथलिक श्रद्धालुओं के लिये ख्रीस्तयाग अर्पित करने के उपरान्त रविवार अपरान्ह सन्त पापा फ्राँसिस काओनास के महाधर्माध्यक्षीय निवास में लिथुआनिया के धर्माध्यक्षों के साथ मध्यान्ह भोजन कर रहे हैं. तदोपरान्त वे महाधर्माध्यक्षीय निवास से 250 मीटर की दूरी पर स्थित काओनास के महागिरजाघर में लिथुआनिया के पुरोहितों, धर्मसमाजियों एवं धर्मसंघियों से मुलाकात कर उन्हें अपना सन्देश प्रदान कर रहे हैं. विलनियुस में ही सन्त पापा फ्राँसिस नाज़ी नरसंहार के शिकार बने यहूदियों के स्मारक पर श्रद्धा अर्पित करेंगे. ऐतिहासिक संग्रहालय द्वारा प्रकाशित आँकड़ों के अनुसार, नाज़ी नरसंहार के परिणामस्वरूप लिथुआनिया के दो लाख यहूदियों में से केवल 400-500 तक यहूदी ही सुरक्षित बच निकले थे. 

लिथुआनिया लातविया एवं एस्तोनिया में काथलिक धर्मानुयायी

लिथुआनिया लातविया एवं एस्तोनिया तीनों बाल्कन राष्ट्र भूतपूर्व सोवियत संघ के सदस्य थे. 90 के दशक में सोवियत संघ के विघटन के बाद इन देशों के लोगों ने धार्मिक स्वतंत्रता के वातावरण में सांस लेना आरम्भ किया है. लिथुआनिया की कुल आबादी 32 लाख 43 हज़ार है जिनमें 80 प्रतिशत काथलिक, पाँच प्रतिशत रूसी ऑरथोडोक्स काथलिक तथा एक प्रतिशत लूथरन प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीय धर्मानुयायी हैं. लातविया की कुल आबादी 19 लाख 80 हज़ार है जिनमें 25 प्रतिशत लूथरन प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीय, 21 प्रतिशत काथलिक तथा 11 प्रतिशत ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीय हैं और एसेतोनिया की साढ़े तेरह लाख की आबादी में 16 प्रतिशत ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीय, दस प्रतिशत लूथरन प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीय तथा मात्र 0,5 प्रतिशत काथलिक लोग हैं, शेष जनता नास्तिक अथवा किसी धर्म को न मानने वाली है.        

        

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

23 September 2018, 10:59