संत पापा, प्रेम के संबंध में बने रहें संत पापा, प्रेम के संबंध में बने रहें 

संत पापा, प्रेम के संबंध में बने रहें

संत पापा ने ताल्लिन में कलीसियाई सेवाकार्य द्वारा सहायता प्राप्त कर रहे लोगों से मुलाकात करते हुए विश्वास को साझा करने का संदेश दिया।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

संत पापा ने अपने संबोधन में मरीना और उनके पति का उनके सुन्दर साक्ष्य हेतु धन्यवाद अदा किया। उन्होंने कहा कि आप ने अपने नौ बच्चों के लिए किये गये त्याग के बारे में हमें बतलाया। जहाँ भी बच्चे औऱ युवा हैं वहाँ हमें अधिक त्याग करने की जरूरत होती है, लेकिन उस भी महत्वपूर्ण हमारे लिए यह है कि उस त्याग के कारण उनका भविष्य बनता और हम जीवन में खुशी, आशा का अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि आप को यह कहते हुए सुनना हमें सुकून प्रदान करती है, “हम ईश्वर के प्रति कृतज्ञ हैं क्योंकि हमारे परिवार में एकता और प्रेम का राज्य है।” इस देश में कड़ाके की सर्दी के बावजूद, परिवार में आप का साथ मिलकर रहना हमें गर्मी का एहसास दिलाती है। परिवारों में असहमतियाँ और कठिनाइयाँ निश्चित तौर पर होंगी, लेकिन इनके बावजूद हम अपने जीवन में आशा के साथ मिलकर आगे बढ़ने की चाह रखते हैं। आप ने अपने जीवन के स्पष्ट उदाहरण द्वारा इसे हमारे समक्ष रखा है।

संत पापा ने धर्मबहनों के साक्ष्य हेतु उनके प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की जो भयमुक्त होकर अपने को लोगों की सेवा हेतु अर्पित किया जिससे जरुरतमंद ईश्वरीय निकटता का एहसास कर सकें।

भयमुक्त अपने से बाहर जायें

उन्होंने कहा कि जब अपने विश्वास में हम भयमुक्त होकर अपने सुख के स्थल से बाहर निकलते और जोखिम लेने का साहस करते तो यह येसु ख्रीस्त के वचनों को हमारे जीवन में अर्थपूर्ण बनाता है, “एक दूसरे को प्रेम करो जैसा मैंने तुम्हें किया है।” प्रेम के द्वारा हम अपने जीवन की बेड़ियों को तोड़ते जो हमें अलग करती है और इस तरह हम सेतुओं का निर्माण करते हैं। प्रेम हमारे लिए एक बृहद परिवार का निर्माण करता है जहाँ हम अपने में सहज महसूस करते हैं। प्रेम हममें करुणा और सम्मान के भाव उत्पन्न करता है।

संबंध का महत्व

संत पापा ने कहा कि विश्वास एक प्रेरित की भांति अपने से बहार निकलता, पड़ोसियों और समुदायों के बीच जाता और अपने ठोस कार्यों में व्यक्त होता है, “आप हमारे परिवार के अंग हैं, ईश्वर के बृहद परिवार का अंग जहाँ सबके लिए एक स्थान है।”

उन्होंने कहा,“मैं विश्वास करता हूँ कि यह आप में एक चमत्कार है जिसकी चर्चा व्दीमीर करते हैं।” हम अपने जीवन में उन लोगों से मिलते हैं जो हमारे हृदयों को अपने कार्यों के द्वारा स्पर्श करते हैं, जो हमें यह अनुभूति दिलाती है कि येसु ख्रीस्त बिना थके हमें खोजते हैं जिससे वे हमें अपने समारोह का अंग बना सकें, यह हमें उनके प्रिय बेटे-बेटियाँ होने की खुशी प्रदान करती है। ईश्वर का सबसे बड़ा प्रेम हमारे लिए यही है कि हम अपने को पुनर्जीवित पाते हैं। यही कारण है कि ईश्वर हमें नये अवसर प्रदान करते हैं। संबंध का महत्व हमारे जीवन में कितना अधिक है जो हमें एक-दूसरे से संयुक्त रखता जिसके फलस्वरुप हम अपने जीवन का मूल्य समझते हैं जो हमें जोखिम लेने हेतु मदद करता है।

प्रेम का संबंध बनाये रखें

संत पापा ने कहा, “अतः मैं आप सबों का आहृवान करता हूँ कि आप एक दूसरे से अपने संबंध को बनाये रखना जारी रखें। अपने आस पड़ोस में जा कर सभी तरह के लोगों से कहें, “आप, आप, और आप मेरे परिवार के अंग हैं।” येसु ख्रीस्त ने अपने शिष्यों को बुलाया, वे आज हम प्रत्येक को भी बुलाते हैं जिससे हमें उनके राज्य का प्रसार कर सकें। वे आप के इतिहास, आप के जीवन और आप के हाथों पर भरोसा करते हैं, जिससे आप अपने शहर में जाकर अपने अनुभवों को दूसरों के साथ बांट सकें। उन्होंन कहा, “क्या आप येसु पर अपना भरोसा रखते हैंॽ”  

अंत में संत पापा ने पुनः सभों का धन्यवाद अदा करते हुए सभों को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।

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25 September 2018, 15:52