आमदर्शन समारोह के दौरान संत पापा आमदर्शन समारोह के दौरान संत पापा  

परिवार का आदर्श बनाये रखें

संत पापा ने आयरलैंड की अपनी प्रेरितिक यात्रा और परिवारों के विश्व सम्मेलन के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्रांसिस ने अपने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में जमा हुए विश्वासियों और तीर्थयात्रियों को आयरलैंड की अपनी प्रेरितिक यात्रा और परिवारों के विश्व सम्मेलन के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया।
संत पापा ने कहा कि पिछले सप्ताह मैं आयरलैंड की यात्रा करते हुए परिवरों के विश्व मिलन समारोह में भाग लिया। अपनी उपस्थिति के द्वारा मैं ख्रीस्तीय परिवारों को उनके बुलावे और प्रेरितिक कार्य में सुदृढ़ करना चाहता था। डबलिन में हजारों की संख्या में कई देशों, संस्कृतियों और भाषों के परिवार जमा हुए थे जिनमें दंपति, नाना-नानी, बच्चे शामिल थे, जो पूरे मानवीय वृहृद परिवार में ईश्वर के सुन्दर सपने की को निरूपित कर रही थी। ईश्वर का सपना हमारे लिए उनकी एकता, शांति, निष्ठा, क्षमा और मेल-मिलाप है जिसे उन्होंने हमें अपने बेटे येसु ख्रीस्त में दिया है। अपने प्रेम के रहस्य में ईश्वर हमें अपने सपने का अंग बनाते हैं जहाँ कोई भी अकेला नहीं है, कोई परित्यक्त और अनचाहा नहीं बल्कि सभों के लिए एक निवास है। अतः परिवारों के विश्व मिलन समारोह की विषयवस्तु “परिवार का सुसमाचार,विश्व का आनंद” अपने में एकदम सटीक था।
संत पापा ने आयरलैंड के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सरकारी सामाजिक अधिकारियों, धार्मिक अगुवों और देशवासियों के प्रति अपने कृतज्ञता अर्पित किये जिन्होंने इस प्रेरितिक यात्रा को सफल बनाने हेतु अपना बहुमूल्य योगदान दिया।

प्रेम ईश्वर का दान

उन्होंने कहा, “डबलिन के शाही निवास में अधिकारियों को अपने संबोधन के दौरान मैंने इस बात पर बल दिया कि कलीसिया परिवारों का परिवार है जो कि एक शरीर की भांति है।” इस मिलन समारोह का सच्चा “ज्योति पुंज” विभिन्न उम्र के दंपतियों द्वारा वैवाहिक जीवन का साक्ष्य प्रस्तुत करना था। उनकी प्रेम कहानियों ने हमें इस बात की याद दिलाई कि विवाह में प्रेम ईश्वर की ओर से हमारे लिए दिया गया एक विशेष वरदान है जिसे हमें अपने “घरेलू कलीसिया” अर्थात परिवार के जीवन में रोज दिन प्रोषित करने की जरुरत है। विश्व को इस प्रेम की क्रांति, करुणा की कितनी जरुरत है जिसकी शुरूआत परिवार के हृदय से होती है।
संत पापा ने डबलिन के प्रो-महागिरजाघर में युवा विवाहितों और उनके बच्चों तथा वैवाहिक जीवन में प्रवेश करने की तैयारी कर रहे नये वर-वधूओं से अपनी मुलाकात के बारे में कहा। मैंने कुछ परिवारों से मुलाकात की जो अपने जीवन में कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना कर रहे हैं जिनकी सहायता कापुचीन पुरोहित करते जो उन्हें ईश्वरीय करुणा और कलीसियाई एकता का एहसास दिलाती है।

परिवारों के साक्ष्य की विषयवस्तु

संत पापा ने डबलिन के स्टेडियम में शनिवार की शाम को परिवारों के विशाल समुदाय से अपनी मिलन की बात साझा की जो फोनिक्स पार्क में रविवारीय मिस्सा के दौरान अपनी चरम सीमा में पहुँची। उन्होंने शनिवार शाम को रात्रि जागरण में परिवारों के हृदयस्पर्शी साक्ष्य के बारे अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा कि परिवारों के साक्ष्य का मुख्य विन्दु युद्ध का दंश, क्षमा की नवीनता,प्रेम की विजय,वर्तमान समय में आधुनिक उपकरणों का उचित उपयोग, अपने परिवार के लिए प्रर्याप्त समय देने के अलावे परिवार में बुजूर्गों संग वार्ता का मूल्य और दादा-दादियों द्वारा परिवार में विश्वास का प्रचार तथा इसकी मजबूती थी।

नाना-नानी को अलग न करें

संत पापा ने कहा,“यह कहने में कठिनाई का अनुभव होता है कि नाना-नानी हमारे परिवारों के लिए तकलीफ होते हैं। इस फेंकने की संस्कृति में हम उन्हें अपने से दूर, अलग कर देते हैं। लेकिन वे हमारे लिए ज्ञान के भंडार हैं, वे यादों की यादगारी, परिवारों की स्मृति हैं। वे अपनी इस स्मृति को अपने नाती-पोतियों को बांटते हैं। हम युवाओं को उनसे बातें करने, उनकी कहानियों को सुनने की जरुरत है। संत पापा ने निवेदन करते हुए कहा, “कृपया दादा-दादियों का तिरस्कार न करें जो आप के बच्चों, अपने नाती-पोतियों के जुड़े हुए हैं।”

मरियम तीर्थ में आरयलैंड हेतु प्रार्थना

संत पापा ने आयरलैंड के नॉक में मरियम तीर्थ के अपने अनुभवों के बारे में कहा कि यह आरिश निवासियों के लिए अति प्रिय स्थल है। मैंने वहाँ विशेष रुप से आयरलैंड के सभी परिवारों को माता मरियम के ममतामयी सुरक्षा में सुपूर्द किया। यद्पति मैं उत्तरी आयरलैंड की यात्रा नहीं कर पाया मैंने मरियम के तीर्थ में वहाँ के सभी विश्वासियों और परिवारों को अपनी शुभकामनाएं अर्पित की और उन्हें मेल-मिलाप, शांतिमय मित्रता और अन्तरधार्मिक सहयोग हेतु प्रोत्साहित किया।

संत पापा के सुझाव

संत पापा ने अपने हृदय की भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि आरयलैंड की मेरी यह यात्रा खुशी के साथ दुःख और विषाद के अनुभव लाये क्योंकि देश में कितनों को दुराचार का शिकार होना पड़ा है यहाँ तक कि कलीसिया के सदस्यों द्वारा भी। वास्तव में कलीसिया के पूर्व अधिकारियों ने इन अपराधों के संबंध में प्रर्याप्त बातें नहीं कहीं। दुराचार के शिकार कुछेक लोगों से मेरी मुलाकात और उनके विरूद्ध किये गये अपराध और अपराधियों के गुनाहों की माफी हेतु ईश्वर से प्रार्थना ने विश्वासियों में आशा की एक बड़ी निशानी को जागृत किया। आरिश धर्माध्यक्षों से अपनी मुलाकात के दौरान मैंने इस बात पर बल दिया कि वे दुराचार के शिकार लोगों हेतु गंम्भीरता से मेल-मिलाप के कार्य करें और राष्ट्रीय अधिकारियों से मिलकर सख्त नियमों की शृंखला निर्धारत करें जो युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। मैंने धर्माध्यक्षों को इस बात हेतु निर्देशित किया कि वे विगत गलतियों में सुधार लाने हेतु ईमानदारी पूर्वक पहल करें तथा ईश्वर की प्रतिज्ञाओं में विश्वास रखते हुए आरिश लोगों के विश्वास को मजबूती प्रदान करें, जो आरयलैंड की कलीसिया में नवीनीकरण की शुरूआत होगी।       

आरयलैंड में विश्वास

संत पापा ने कहा, “आरयलैंड में विश्वास है, लोग अपने विश्वास में बने हैं, विश्वास की उनकी जड़ें मजबूत है। लेकिन एक बात, यहाँ पुरोहिताई बुलाहट की कमी है। विश्वास की यह असफलता क्यों, क्योंकि विश्वासियों के हृदय को ठेस पहुँची है। हम ईश्वर से प्रार्थना करें कि वे आरयलैंड में पवित्र पुरोहितों को भेजें और एक नई बुलाहट प्रदान करें। संत पापा ने सभों से साथ मिलकर बुलाहट हेतु मरियम प्रार्थना का पाठ किया।
संत पापा फ्रांसिस कहा कि डबलिन में परिवारों का विश्व मिलन समारोह अपने में एक पैगम्बरी, सुसमचार के अनुरूप अपने वैवाहिक और पारिवारिक जीवन जीने वालों को सहायता, परिवारों में अनुशासन और प्रेरिताई, पवित्रता, न्याय और शांति का संदेश स्थापित करना था।

हम परिवार का आदर्श बनाये रखें

उन्होंने कहा, “हम उन सभी परिवारों को भूल जाते हैं जो अपने परिवार में निष्ठापूर्ण ढ़ंग से अपने बच्चों का साथ देते हैं, परिवार में तकलीफ होने पर एक दूसरे से क्षमा की याचना करते हैं। आज हम अखबरों और पत्रिकाओं में फैशन देखते और अपने में ये बातें करते हैं कि उसका उससे तलाक हो गया...वह अलग हो गई... संत पापा ने कहा यह हमारे लिए बुरी बात है। यह सच है कि हमें एक दूसरे का आदर करने की जरुरत है लेकिन यह हमारे लिए आदर्श नहीं कि हम एक दूसरे को तलाक दें, दूसरे को छोड़ दें, परिवार का विनाश करना आदर्श नहीं है। परिवार की एकता को सुनिश्चित करना हमारा आदर्श हैं। हम इस आदर्श को बनाये रखें।”
अपने संबोधन के अंत कहा कि आने वाले परिवारों का विश्व मिलन 2021 में रोम में आयोजित होगा। आइए हम अपने परिवारों को नाजरेत के पवित्र परिवार येसु, मरियम और योसेफ के हाथों की सुरक्षा में समर्पित करें क्योंकि उनके संग रहने में हमारे पल्लियों और समुदायों से “सच्ची खुशी विश्व के लिए” प्रसारित होती है। इतना कहते के बाद संत पापा ने सभी विश्वास भक्तों और तीर्थयात्रियों के संग मिलकर हे पिता हमारे प्रार्थना पाठ करते हुए सभों को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।
 

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29 August 2018, 16:53