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निराश्रितों के आश्रय में सन्त पापा फ्राँसिस, आयरलैण्ड निराश्रितों के आश्रय में सन्त पापा फ्राँसिस, आयरलैण्ड 

सेन्टर फॉर होमलेस आश्रय में सन्त पापा फ्राँसिस

सन्त पापा ने कहा कि कैपुचिन धर्मसमाज ईश्वर के साथ मिलकर काम करता है और इसीलिये वह दीन-हीनों की सेवा में सक्षम बनता है। उन्होंने धर्मबन्धुओं से कहा, "दीन दुखियों और ज़रूरतमन्दों में येसु के घावों पर मनन-चिन्तन करने की आपको कृपा मिली है। इन लोगों के पास कुछ नहीं है, जो कुछ है वह है केवल उनके दुख-कष्ट। इन लोगों की सेवा करने के द्वारा आप ख्रीस्त का साक्ष्य दे रहे हैं और ऐसे साक्ष्यों की कलीसिया को आज नितान्त आवश्यकता है।"

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

डबलिन, रविवार, 26 अगस्त 2018 (रेई, वाटिकन रेडियो): सन्त पापा फ्राँसिस ने शनिवार को डबलिन शहर स्थित कैपुचिन डे सेन्टर फॉर होमलेस पीपल आश्रय का दौरा कर यहाँ सेवारत कैपुचिन धर्मसमाज के दस पुरोहितों एवं धर्मबन्धुओं के साथ विचारों का अदान-प्रदान किया.

निराश्रितों की सेवा येसु की सेवा

सन्त पापा ने कहा कि कैपुचिन धर्मसमाज ईश्वर के साथ मिलकर काम करता है और इसीलिये वह दीन-हीनों की सेवा में सक्षम बनता है. उन्होंने धर्मबन्धुओं से कहा, "दीन दुखियों और ज़रूरतमन्दों में येसु के घावों पर मनन-चिन्तन करने की आपको कृपा मिली है. इन लोगों के पास कुछ नहीं है, जो कुछ है वह है केवल उनके दुख-कष्ट. इन लोगों की सेवा करने के द्वारा आप ख्रीस्त का साक्ष्य दे रहे हैं और ऐसे साक्ष्यों की कलीसिया को आज नितान्त आवश्यकता है." 

बदले में कुछ न पाने की इच्छा के साथ सेवा को सन्त पापा ने यथार्थ सेवा निरूपित किया और कहा कि कैपुचिन पुरोहित एवं धर्मबन्धु किसी से कुछ की आशा नहीं करते हैं बस सेवा को तत्पर रहते हैं क्योंकि येसु सदैव उनके समीप रहते हैं जो उन्हें सभी को क्षमा प्रदान करने की कृपा से अनुग्रहीत करते हैं. सन्त पापा ने कहा कि कैपुचिन धर्मसमाजी उन सब पुरोहितों के लिये एक सबक हैं जो पुनर्मिलन संस्कार प्रदान करते समय विश्वासियों से ढेरों सवाल करते किन्तु उनकी बात सुनने को तैयार नहीं रहते हैं. उन्होंने कहा "लोगों को सुनना, उनकी व्यथाओं को समझना, उन्हें पीड़ित किये बग़ैर क्षमा कर देना तथा अपने यहाँ शरण प्रदान करना ही सच्चे ख्रीस्तीय सेवक कार्य है."

निराश्रितों में येसु के दर्शन

निराश्रित लोगों को सम्बोधित कर सन्त पापा फ्राँसिस ने कैपुचिन पुरोहितों एवं धर्मबन्धुओं के प्रति उनके प्रेम और विश्वास के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि "कैपुचिन धर्मबन्धु आपकी प्रतिष्ठा और गरिमा को बरकरार रखते हुए आपकी सेवा को इसलिये तत्पर रहते हैं क्योंकि आपमें वे येसु के दर्शन करते हैं, उनके लिये आप में प्रत्येक येसु ख्रीस्त है. "कैपुचिन धर्मसमाजियों तथा विश्व के सभी पुरोहितों के लिये प्रार्थना करते रहने का आग्रह कर सन्त पापा ने उन्हें अपनी आशीष प्रदान की.

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26 August 2018, 11:12