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याजकों द्वारा यौन दुराचार के विरूद्ध प्रदर्शन याजकों द्वारा यौन दुराचार के विरूद्ध प्रदर्शन 

आयरलैंड में यौन दुराचार के लिए क्षमा याचना

परिवारों के विश्व सम्मेलन पर आयरलैंड में संत पापा फ्राँसिस की दो दिवसीय प्रेरितिक यात्रा का समापन डबलिन के फोयनिक्स पार्क में ख्रीस्तयाग द्वारा हुआ जहाँ उन्होंने आयरलैंड की कलीसिया द्वारा वहाँ के स्त्रियों, पुरूषों एवं बच्चों पर हुए सभी दुराचारों के लिए क्षमा की याचना की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा ने ख्रीस्तयाग में दया याचना की धर्मविधि के दौरान क्षमा की याचना की, जब विश्वासी अपने पापों को सच्चाई से स्वीकार करते, उनके लिए पश्चाताप करते एवं ईश्वर से दया तथा क्षमा की याचना करते हैं। संत पापा का यह व्यवहार अभूतपूर्व और अप्रत्याशित था।

सत्ता, अंतःकरण एवं यौन दुराचार के अपराध हेतु क्षमा याचना

स्पानी भाषा बोलते हुए संत पापा ने कलीसिया द्वारा किये गये सभी दुराचारों के लिए माफी मांगी। उन्होंने दया याचना की प्रार्थना की शुरूआत दुराचार के शिकार उन आठ लोगों की याद करते हुए की जिनसे उनकी मुलाकात शनिवार को हुई थी। संत पापा ने उनके प्रति किये गये अपराध के लिए करुणावान ईश्वर के क्षमा मांगी।

संत पापा ने कहा, “हम आयरलैंड में सत्ता, अंतःकरण एवं यौन दुराचार के अपराध के लिए क्षमा की याचना करते हैं जो कलीसिया के सदस्यों द्वारा किया गया है, खासकर, उन सभी अपराधों के लिए जो धर्मसमाजी पुरूषों एवं स्त्रियों द्वारा संचालित संस्थाओं में तथा कलीसिया के अन्य लोगों द्वारा किये गये हैं। हम नाबालिकों को कराये जाने वाले कठिन कामों के द्वारा उनके शोषण के लिए क्षमा मांगते हैं।”

कलीसिया की उदासीनता के लिए

संत पापा ने कहा कि हम उन अवसरों के लिए क्षमा प्रार्थी हैं, जब एक कलीसिया के रूप में हमने दुराचार से बचाये गये लोगों के प्रति सहानुभूति नहीं दिखाई और उनके लिए ठोस प्रयासों द्वारा न्याय एवं सच्चाई की खोज नहीं की।

हम कलीसिया के उन धर्मगुरूओं के लिए प्रार्थना करते हैं जिन्होंने इन दुःखद अवसरों के लिए कोई कदम नहीं उठाया एवं मौन बने रहे।

ईश्वर की चौथी आज्ञा के उलंघन के लिए

हम क्षमा मांगते हैं उन बच्चों के लिए जो अपनी माताओं से अलग कर दिये गये। उन अवसरों के लिए जब एकल माताओं को अलग कर दिये गये अपने बच्चों को खोजने के लिए कहा गया, उसी तरह बच्चों से कहा गया कि वे अपनी माताओं को खोजें। संत पापा ने कहा कि यह ईश्वर की चौथी आज्ञा के विरूद्ध पाप है हम इसके लिए क्षमा की याचना करते हैं।

अंत में, संत पापा ने प्रार्थना की कि प्रभु, शर्म और पश्चाताप की भावना प्रदान करे और हमें खुद को प्रतिबद्ध करने की ताकत दें ताकि ये चीजें फिर कभी न हों और सबका न्याय हो सके।

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27 August 2018, 16:50