युगांडा में शऱणार्थी युगांडा में शऱणार्थी 

युगांडा में एक मिलियन शऱणार्थियों को आध्यात्मिक मदद की आवश्यकता

युगांडा धर्मप्रांत में 1 मिलियन से अधिक शरणार्थी रहते हैं। अरूपा के धर्माध्यक्ष साबिनो ओकान ओडाकी ने दक्षिणी सूडान एवं कोंगो के भाई-बहनों की आध्यात्मिक सहायता की अपील की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 19 जुलाई 2018 (वाटिकन न्यूज़)˸  मैं दक्षिणी सूडान एवं कोंगो के कुछ शऱणार्थियों की ओर ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूँ। मेरे धर्मप्रांत में करीब एक मिलियन से अधिक शरणार्थी हैं।"  

युगांडा के धर्माध्यक्ष साबिनो ओकान ओडाकी ने वाटिकन न्यूज़ के साथ बातें करते हुए बतलाया कि युगांडा स्थित उनके धर्मप्रांत में अभी करीब एक मिलियन से अधिक शऱणार्थी हैं जिनमें से अधिकतर दक्षिणी सूडान से आये हैं और कुछ शऱणार्थी कोंगो से भी।

उन्होंने बतलाया कि पहला दल 2013 में, दक्षिणी सूडान में नागरिक युद्ध शुरू होने के बाद आया। स्थानीय कारितास, कारितास बेलजियम और नार्वे जैसे काथलिक सहायता एजेंसियों ने शरणार्थियों को साधन एवं बीज उपलब्ध करायें हैं ताकि वे खुद अपने लिए खाद्य पदार्थों को उपजा सकें। 

प्रेरिताई हेतु व्यक्तियों की आवश्यकता

धर्माध्यक्ष ने कहा, "हम एक दूसरी आवश्यकता को पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं वह है शऱणार्थियों की प्रेरितिक एवं आध्यात्मिक देखभाल।" अरूवा धर्मप्रांत में पुरोहितों की कमी है।  

उन्होंने कहा कि धर्मप्रांत में आर्थिक समस्या भी है जिसके कारण प्रेरिताई में लगे व्यक्तियों को स्थान देना भी मुश्किल है। उनके लिए भोजन, यातायात और अन्य आवश्यक सामग्रियों को उपलब्ध कराना भी आर्थिक समस्या के कारण कठिन होता है।

धर्माध्यक्ष ने धर्मसमाजों से अपील की है कि वे अपने पुरोहितों एवं धर्मबहनों को शऱणार्थियों की आध्यात्मिक मदद हेतु भेजें। उन्होंने इस मुद्दे पर युगांडा के धर्माध्यक्षों एवं संत पापा फ्राँसिस को अद लीमिना मुलाकात के दौरान अवगत कराया था।

स्थानीय नेताओं द्वारा तत्काल प्रत्युत्तर

धर्माध्यक्ष ओडोकी ने कहा कि जब शऱणार्थियों ने वहाँ आना आरम्भ किया, तब यह उनके लिए एक झटका के समान था। रातभर में पल्ली परिसर शरणार्थियों से भर गया था। उन्होंने बतलाया कि स्थानीय संस्कृति नेताओं तथा युगांडा की सरकार ने शऱणार्थियों के इस मामले में तत्काल जवाब दिया। उन्होंने कहा, "हम संस्कृति नेताओं को धन्यवाद देते हैं क्योंकि उन्होंने जमीन दिया। उन्होंने अपने बहुत अधिक जमीन को शरणार्थियों के रहने के लिए दे दिया।"  

धर्माध्यक्ष ने कहा कि वे उन्हें शऱणार्थी पुकारना नहीं चाहते क्योंकि उन्होंने उन्हें भाई बहनों की तरह स्वीकार किया है।

उन्होंने युगांडा की सरकार को भी उनके अच्छे शरणार्थी नीति के लिए धन्यवाद दिया।

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19 July 2018, 17:30