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महाधर्माध्यक्ष स्वियातोसलाव शेवकूक से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस महाधर्माध्यक्ष स्वियातोसलाव शेवकूक से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस 

यूक्रेन के ग्रीक काथलिक कलीसिया शीर्ष से संत पापा की मुलाकात

संत पापा फ्राँसिस ने मंगलवार 3 जुलाई को यूक्रेन के ग्रीक काथलिक कलीसिया (यूजीसीसी) के शीर्ष, महाधर्माध्यक्ष स्वियातोसलाव शेवकूक से रूस-यूक्रेन में ख्रीस्तीय धर्म के पदार्पण की 1030वीं वर्षगाँठ के अवसर पर मुलाकात की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के प्रेरितिक आवास संत मर्था में महाधर्माध्यक्ष स्वियातोसलाव शेवकूक से मुलाकात की।

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 5 जुलाई 18 (वाटिकन न्यूज) मुलाकात के दौरान महाधर्माध्यक्ष ने यूजीसीसी की अन्य कलीसियाओं के साथ संबंध की ओर ध्यान आकृष्ट किया, जिन्होंने संत वोलोडिमर द्वारा बपतिस्मा प्राप्त किया है।" यूक्रेन में ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के बारे बतलाते हुए उन्होंने विभाजन की दुःखद वास्तविकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने जोर दिया कि यद्यपि यूजीसीसी विभाजन से ऊपर उठने के प्रयास को सकारात्मक नजरिये से देखता है तथापि इस तरह के मामलों को ऑर्थोडॉक्स कलीसिया अपने लिए आंतरिक मानती है, अतः वह इस तरह के प्रयासों में कभी हस्तक्षेप नहीं करती और न ही भाग लेती है।

यूक्रेन की ग्रीक काथलिक कलीसिया 

उन्होंने बतलाया कि कलीसिया में ख्रीस्त की एकता लाने के लिए यूजीसीसी एक पद्धति को अपनाती है और वह पद्धति है "यूनियाटिस्म"। उन्होंने गौर किया कि पूर्वी काथलिक कलीसियाएँ एकता की ओर अग्रसर होने के लिए कोई साधन नहीं हैं बल्कि वे स्वयं ख्रीस्त की कलीसिया के जीवित सदस्य हैं जिन्हें अस्तित्व में रहने एवं मिशन तथा सुसमाचार प्रचार के कार्य में भाग लेने का अधिकार है। 

ख्रीस्तीय एकता

महाधर्माध्यक्ष ने बतलाया कि मुलाकात में संत पापा ने यूजीसीसी के शहीदों के लिए उन्हें धन्यवाद दिया जिन्हें ख्रीस्तीय विश्वास एवं साक्ष्य के कारण शहीद होना पड़ा और जिन्होंने प्रेरित संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी के विशेष मिशन ख्रीस्तीय एकता के लिए अपनी सेवाएँ अर्पित की। संत पापा ने स्वीकार किया कि यूजीसीसी के विरूद्ध "यूनियाटिस्म" का कोई भी आरोप निराधार है। वाटिकन प्रेस वक्तव्य के अनुसार संत पापा ने यूक्रेन के प्रति भी अपना आध्यात्मिक सामीप्य प्रदान किया जो अपने इतिहास में एक दुखद दौर से होकर गुजर रहा है।  

मेल-मिलाप

मुलाकात में, एक अन्य खास मुद्दे पर बात की गयी। वह मुद्दा है पोलैंड-यूक्रेन मेल- मिलाप। संत पापा ने आगामी ख्रीस्तीय एकता सभा जो बारी में होने वाली है उसमें भाग लेने पर जोर दिया। महाधर्माध्यक्ष स्वियातोसलाव ने अगले साल यूरोप में पूर्वी काथलिक धर्माध्यक्षों की सभा हेतु प्रस्ताव रखा।

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05 July 2018, 17:12