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यमेनी शरणार्थियों को संत पापा की सहायता

संत पापा फ्राँसिस ने कोरिया के जेजू द्वीप में फंसे 500 से अधिक यमेनी शरणार्थियों को प्रार्थना के साथ सहायता राशि प्रदान की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 31 जुलाई 2018 (वाटिकन न्यूज)˸ कोरिया के लिए वाटिकन के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष अल्फ्रेड जेउरेब ने दक्षिण कोरिया के जेजू द्वीप में फँसे 500 से अधिक यमेनी शरणार्थियों के नाम पर, संत पापा फ्राँसिस से 10,000 यूरो सहायता राशि प्राप्त किया। 

शरणार्थियों के प्रति संत पापा की एकात्मता

कोरिया के प्रेरितिक राजदूत ने इस सहायता राशि को जेजू के धर्माध्यक्ष पीटर कांग यू इल को प्रदान किया तथा संत पापा फ्राँसिस की ओर से शरणार्थियों के प्रति एकात्मता व्यक्त की। उन्होंने शरणार्थियों से मुलाकात की तथा महागरिजाघर में ख्रीस्तयाग अर्पित किया और उन्हें संत पापा का आशीर्वाद भी प्रदान किया।

धर्माध्यक्ष कांग तथा स्थानीय कलीसिया ने यमेनी शरणार्थियों के आगमन के समय से ही उनका समर्थन किया है। धर्माध्यक्ष ने उनकी मदद भी की तथा शरणार्थियों के लिए मांग की है कि जेजू में रहने वाले दक्षिण कारियाई लोग उनके साथ सहिष्णुता एवं उदारता पूर्ण व्यवहार करें।  

शरणार्थियों की स्थिति

यमेनी शरणार्थी 2015 में आरम्भ हुए नागरिक युद्ध के कारण पलायन कर रहे हैं। वे जेजू द्वीप की ओर पलायन कर रहे हैं क्योंकि वहाँ जाने के लिए पर्यटन वीजा की आवश्यकता नहीं पड़ती है जिसके कारण लोग 90 दिनों तक बिना वीजा के रह सकते हैं। शरणार्थियों के प्रवाह से निपटने के लिए दक्षिण कोरिया ने आश्रय की खोज करने वालों के मुख्य भूमि तक पहुंचने तथा कुछ खास तरह के रोजगार को प्राप्त करने पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसके कारण उनके बीच बहुत अधिक बेरोजगारी है। 

कुछ स्थानीय लोग सरकार का इंतजार कर रहे हैं कि वह यमेनी शरणार्थियों के अनुरोधों को रद्द करे तथा उन्हें द्वीप से बाहर भेजे, जबकि कुछ लोगों ने शरणार्थियों को स्वीकार किया है और उन्हें कोरियाई भाषा सिखा रहे हैं क्योंकि वे स्थानीय स्कूलों में भर्ती नहीं हो सकते। हॉटलों में उन्हें छूट के भाव पर रहने दिया जा रहा है तथा भोजन, कम्बल और कपड़े आदि दान किये जा रहे हैं। कुछ स्थानीय लोग इसे एक अवसर के रूप में देख रहे हैं कि विश्व के अन्य हिस्सों में कोरियाई लोगों को जो स्वीकृति मिली है वे उसका बदला चुका सकें।  

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31 July 2018, 17:26