संत पापा ने मानव तस्करी के विरोद्ध का आह्वान किया
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, सोमवार, 30 जुलाई 2018 (रेई)˸ संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को देवदूत प्रार्थना के उपरांत लोगों को दो महत्वपूर्ण चीजों, उदार बनने एवं भोजन नष्ट नहीं करने की शिक्षा दी। उन्होंने मानव तस्करी का विरोध करते हुए सभी लोगों का आह्वान किया कि वे उस घृणित कार्य को समाप्त करने हेतु कार्य करें।
संत पापा ने कहा, "दो चीजों को न भूलें; एक तस्वीर एवं एक वाक्य को, जो एक मांग है। उस साहसी युवक की तस्वीर को, जिसने एक बड़ी भीड़ को थोड़ा खाना दिया। हममें भी वही साहस होनी चाहिए। वाक्य जो कि एक मांग है, हम आत्मजाँच करें कि घर में बचा खाना का हम क्या करते हैं।"
मानव तस्करी के विरूद्ध विश्व दिवस
संत पापा ने मानव तस्करी के विरूद्ध विश्व दिवस की याद दिलाते हुए कहा, "कल मानव तस्करी के विरूद्ध विश्व दिवस है जो अमरीका द्वारा प्रचारित है। यह मुसीबत कई पुरूषों, महिलाओं और बच्चों को श्रमिक, यौन शोषण, मानव अंग, भीख मांगने एवं जबरन अपराध के उद्देश्य से गुलाम बना लेता है। ऐसा रोम में भी हो रहा है। आप्रवासी भी बहुत बार तस्करों एवं शोषण करने वालों के शिकार बनते हैं, जिन्हें मानव तस्करी के नये शिकार के रूप में भर्ती किया जाता है। यह हम प्रत्येक की जिम्मेदारी है कि हम अन्याय तथा इस शर्मनाक अपराध का कड़ा विरोध करें।
संत पापा का अभिवादन
तत्पश्चात् संत पापा ने देश-विदेश से एकत्रित सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया। उन्होंने खाकर, ब्राजील के रियो दी जेनेरियो, नोवा फ्रिबुरगो, विसेयू, क्वीसादा और फोरतालेत्सा के विश्वासियों का अभिवादन किया।
उन्होंने "संत जोवन्ना अंतिदा थोरेतके मित्रों" के संघ का, पादुवा एवं बेतलेहेम के स्काउट दल और चेसेरे के बोरगो विर्जिलियों के युवाओं का अभिवादन किया।"
अंत में उन्होंने सभी से प्रार्थना का आग्रह करते हुए उन्हें शुभ रविवार की मंगल- कामनाएँ अर्पित की।
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here