जेजू में रहने वाले यमनी शरणार्थियों का विरोध करते हुए कोरेिया के लोग जेजू में रहने वाले यमनी शरणार्थियों का विरोध करते हुए कोरेिया के लोग 

संत पापा की ओर से यमनी शरणार्थियों को दस हजार यूरो दान

संत पापा फ्राँसिस ने कुछ हफ्तों से दक्षिण कोरियाई द्वीप जेजू में रहने वाले यमनी शरणार्थियों के लिए 10 हजार यूरो दान दिया और उनका समर्थन करते हुए उनके लिए प्रार्थना की। हालांकि, वहाँ के नागरिकों का विरोध जारी है

माग्रेट सुनीता मिंज - वाटिकन सिटी

जेजू, सोमवार 30 जुलाई 2018 (वाटिकन न्यूज) : दक्षिण कोरिया के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष अल्फ्रेड जुरेब ने कुछ हफ्तों से दक्षिण कोरियाई द्वीप जेजू में टिके हुए यमनी शरणार्थियों के लिए संत पापा के दान को दिया। उन्होंने संत पापा के दान दस हजार यूरो को द्वीप के धर्माध्यक्ष पीटर कॉन्ग यू-इल को सौंपा जिससे कि द्वीप के यमनी शरणार्थियों की मदद की जा सके।

योन्हाप समाचार एजेंसी द्वारा प्रकाशित समाचार अनुसार महाधर्माध्यक्ष जुरेब ने संत पापा की एकजुटता को नवीनीकृत करने के लिए जेजू द्वीप की दौरा किया। धर्माध्यक्ष कॉंग ने दक्षिण कोरिया वासियों को, प्रवासियों और शरणार्थियों के बारे में संत पापा की शिक्षाओं और दस्तावेजों की याद दिलाते हुए शरणार्थियों के प्रति सद्भाव,  सहिष्णुता और दया के भाव रखने को प्रेरित किया। उन्होंने प्रवासी समस्या का सामना करने के लिए संत पापा द्वारा निर्धारित 4 क्रियाओं-स्वागत, रक्षा, समर्थन और एकीकरण पर द्वीप वासियों को ध्यान दिलाया।

द्वीप जेजू के दौरे में महाधर्माध्यक्ष जारेब ने 527 यमनी शरणार्थियों से मुलाकात की। उनके साथ पवित्र यूखारिस्तीय समारोह का अनुष्ठान किया और संत पापा का विशेष आशीर्वाद एवं शुभकामनायें अर्पित की। अपने देश में संघर्ष और तनाव से परेशान होकर यमनवासियों ने दक्षिण कोरिया में जेजू द्वीप की यात्रा की हैं यह द्वीप विदेशियों को बिना वीजा के तीन महीने तक द्वीप पर रहने की इजाजत देता है। हालांकि, उनके अचानक आगमन से द्वीप वासियों ने आर्थिक समस्या को देखते हुए घोर विरोध प्रदर्शन किया था।

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30 July 2018, 15:46