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संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस  (ANSA)

ईश्वर आज के यूदस, माफिया, सूदखोरों का हृदय परिवर्तन करे, संत पापा

संत पापा ने पवित्र मिस्सा में उन लोगों के हृदय परिवर्तन के लिए प्रार्थना की जो कोरोना वायरस महामारी के संकट में भी लोगों की मजबूरी का लाभ उठाते हैं। अपने प्रवचन में संत पापा ने यूदस के विश्वासघात पर चिंतन किया जिसने व्यक्तिगत लाभ के लिए प्रियजनों को भी बेच दिया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 8 अप्रैल 2020 (रेई) : वाटिकन के संत मर्था प्रार्थनालय में बुधवार सुबह संत पापा फ्राँसिस ने पवित्र मिस्सा शुरु करते हुए, उन लोगों के हृदय परिवर्तन के लिए प्रार्थना की जो जरूरतमंद लोगों का शोषण करते हैं। संत पापा ने कहा, ʺआज हम ऐसे लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं जो इस महामारी के समय में जरूरतमंदों के साथ व्यापार करते हैं, वे दूसरों की जरूरतों का फायदा उठाते हैं और उन्हें बेचते हैं: माफिया, सूदखोर और कई अन्यों के दिलों को प्रभु छूएं और उन्हें परिवर्तित करें।ʺ

मिस्सा के दौरान संत पापा ने संत मत्ती के सुसमाचार (26, 14-25),पाठ पर चिंतन किया जो यूदस के विश्वासघात के बारे में है। यूदस ने रुपये के लिए अपने स्वामी को बेच दिया। संत पापा ने कहा कि आज भी हमारे बीच यूदस जैसे लोग हैं जो अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए अपनों को बेच देते हैं। वे लोगों का व्यापार करते हैं।

संत पापा ने याद दिलाया कि कोई भी दो स्वामी की सेवा नहीं कर सकता। उसे दो में से एक का चुनाव करना पड़ता है या तो वह अपने ईश्वर की सेवा करे या रुपये का दास बने। परंतु कुछ लोग ईश्वर और धन दोनों की सेवा करना चाहते हैं। अंततः वे धन की सेवा करने के लिए ईश्वर की सेवा करने का दिखावा करते हैं। वे छिपे हुए शोषक हैं जो सामाजिक रूप से निर्दोष दिखते हैं, लेकिन वे टेबल के नीचे से लोगों का व्यापार करते है।

संत पापा ने कहा कि येसु ने कभी भी यूदस को विश्वासघाती नहीं कहा। येसु ने अपने चेलों से कहा कि उनमें से एक विश्वासघात करेगा। यूदस के मनोभाव को भी समझना कठिन है जिस रुपये के लिए उसने येसु को बेच दिया था वह रुपया उसके कुछ काम न आया। यूदस में शैतान प्रवेश कर गया था शैतान अपना काम कर लेने के बाद यूदस को हताशा और निराशा में छोड़ गया। सुसमाचार कहता है कि यूदस ने फाँसी लगाकर अपना जीवन समाप्त कर दिया।

संत पापा ने कहा, ʺहम इस दुनिया में कई संस्थागत यूदस के बारे में सोचें जो लोगों का शोषण करते हैं। और हम उस छोटे यूदस के बारे में भी सोचें जो हम में से प्रत्येक में वफादारी या रुचि के बीच चुनाव के समय हमारे भीतर होता है हममें से प्रत्येक के पास अपने हित का चुनाव करने, बेचने या धोखा देने की क्षमता है। हममें से प्रत्येक के पास खुद को धन या वस्तुओं या भविष्य की भलाई के प्यार से आकर्षित होने का अवसर है। आज हम खुद से पूछें, हमारा लगाव या झुकाव किस ओर ज्यादा है। प्रभु हमें सही चुनाव करने में हमारी मदद करें।ʺ

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08 April 2020, 16:56
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