संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस  (ANSA)

बीमारों की सेवा में संलग्न धर्मबहनों के लिए प्रार्थना

संत पापा ने बीमारों और गरीबों की सेवा में समर्पित धर्मबहनों के लिए प्रार्थना की। संत पापा ने विशेषकर संत विंसेंट डे पौल धर्मबहनों को याद किया जो 98 वर्षों से वाटिकन में गरीब परिवारों के लिए एक डिस्पेंसरी चला रही हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोम, बुधवार 25 मार्च 2020 (वाटिकन न्यूज) : बुधवार, 25 मार्च, "प्रभु के शरीरधारण का संदेश त्योहार" के दिन वाटिकन के प्रेरितिक निवास संत मर्था के प्रार्थनालय में पवित्र मिस्सा के शुरु में संत पापा फ्राँसिस ने कहा, "आज प्रभु के शरीरधारण का संदेश त्योहार के दिन संत विंसेंट डे पौल की धर्मबहनें पवित्र मिस्सा में उपस्थित हैं। वे मिस्सा के दौरान अपने व्रत को नवीनीकृत करेंगी। मैं उनके धर्मसमाज की सभी धर्मबहनों के लिए प्रार्थना करना चाहता हूँ जो बीमारों और गरीबों की सेवा में समर्पित हैं, वाटिकन के डिस्पेंसरी में 98 वर्षों से गरीब परिवारों की सेवा कर रही हैं, साथ ही कठिन समय में अपने प्राणों को जोखिम में डालकर भी बीमारों की सेवा कर रही हैं।

संत पापा ने अपने प्रवचन में कहा, "आज के सुसमाचार पाठ (लूकस 1,26-38) स्वर्गदूत द्वारा मुक्तिदाता को ग्रहण करने के रहस्य को माता मरियम ने संत लूकस को बताया। अभी हम उसी पाठ को पुनः पढ़ेंगे और सोचें कि माता मरियम आपबीती घटना को हमें सुना रही हैं।"  इतना कहने के बाद संत पापा ने आज के सुसमाचार पाठ को पढ़ा।

उनके अंतिम शब्द थे: "यह एक रहस्य है"।

इसके बाद संत पापा ने वहाँ उपस्थित संत विंसेंट डे पौल की धर्मबहनों को अपनी प्रतिज्ञा को नवीनीकृत करने हेतु आमंत्रित किया। धर्मबहनों ने घुटने टेककर अपनी प्रतिज्ञा को नवीनीकृत किया।

परमप्रसाद वितरण के बाद कुछ समय के लिए पवित्र संस्कार की आराधना हुई और अंत में संत पापा ने पवित्र संस्कार द्वारा आशीर्वाद प्रदान किया।

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25 March 2020, 15:15
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