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संत मार्था प्रार्थनालय में संत पापा फ्राँसिस संत मार्था प्रार्थनालय में संत पापा फ्राँसिस  (© Vatican Media)

सरकार और राजनीतिक नेताओं के लिए प्रार्थना करें,संत पापा

संत पापा ने सोमवार को सुबह अपने निवास के प्रार्थनालय पवित्र यूखरीस्तीय समारोह का अनुष्ठान किया और उपस्थित विश्वासियों से देश की सरकार और राजनीतिक नेताओं का तिरस्कार करने के बदले उनके लिए प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 16 सितम्बर, 2019 (रेई) : गर्मी अवकाश के बाद संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के प्रेरितिक निवास संत मार्था प्रार्थनालय में सोमवार प्रातः पवित्र यूखरीस्तीय समारोह का अनुष्ठान किया और सरकार और राजनीतिक नेताओं के लिए प्रार्थना की जिससे कि वे आम भलाई के लिए काम कर सकें।

प्रार्थना

संत पापा ने आज के प्रथम पाठ पर चिंतन किया जो तिमथी के नाम संत पौलुस के पहले पत्र(1तिम, 2:1-8) से लिया गया है। संत पापा ने कहा कि आज का पाठ राजाओं और प्रशासकों के लिए प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित करता है। संत पौलुस कहते हैं कि शासकों के लिए “बिना क्रोध या तर्क के प्रार्थना” करें। हम ऐसा इसलिए करते हैं ताकि "हम सभी भक्ति और सम्मान के साथ निर्विघ्न तथा शांत जीवन जी सकें।"

अलग राय रखने वालों के लिए प्रार्थना 

संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि राजनेताओं को अक्सर "उनके समर्थकों से प्रशंसा या अपमान" मिलती है। उन्होंने कहा कि धर्माध्यक्षों और पुरोहितों के साथ भी इसी तरह का बर्ताव किया जाता है। कुछ लोगों का कहना है कि वे अपने धर्माध्यक्षों और पुरोहितों के लिए प्रार्थना करेंगे, बनिस्पत कि वे इसके योग्य हैं, अन्यथा उनके "अपमान और तिरस्कार के शब्दों" की एक लम्बी लिस्ट बन जाती है।

संत पापा ने कहा, "जिन लोगों पर अपने देश के मार्गदर्शन करने की जिम्मेदारी" है, ईश्वर से उनके लिए आशीर्वाद मांगे बिना हम उन्हें अकेला कैसे छोड़ सकते हैं,?" संत पापा ने कहा कि कुछ लोग उन लोगों के लिए भी प्रार्थना करते हैं, जो अपना अधिकांश समय "दूसरों का अपमान करते हुए" बिताते हैं। संत पौलुस कहते हैं कि हमें सबके लिए प्रार्थना करनी चाहिए।

इतालवी सरकार का संकट

पोप ने इतालवी सरकार में हाल ही में हल किए गए संकट को याद किया।

संत पापा ने इटली के राजनेताओं, सांसदों के लिए प्रार्थना की। देश को आगे बढ़ाने और एक समझौते पर पहुंचने के लिए प्रार्थना की जरुरत है। संत पापा ने कहा, “हम में से किसने सरकारी अधिकारियों के लिए प्रार्थना की? हम में से किसने सांसदों के लिए प्रार्थना की, ताकि वे एक समझौते पर पहुंच सकें और राष्ट्र को आगे बढ़ा सकें? ऐसा लगता है कि देशभक्ति की भावना प्रार्थना में नहीं पहुंचती है। मेरी इच्छा है, कि हर जगह लोग क्रोध तथा विवाद छोड़कर, श्रद्धापूर्वक हाथों को ऊपर उठाकर प्रार्थना करें। संत पापा ने कहा कि संसद में चर्चा होनी चाहिए लेकिन दूसरे का सत्यानाश किए बिना। प्रत्येक को दूसरे के लिए प्रार्थना करनी चाहिए, उनके लिए भी जिनकी राय दूसरों से अलग है।”

संत पापा ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि "राजनीति गंदी है", लेकिन संत पापा पॉल छठे ने कहा कि यह "उदारता (चारिटी) का सर्वोच्च रूप" है।

कुछ राजनेताओं को "स्वार्थी" या "भ्रष्ट" कहने वालों के सामने, संत पापा संत लूकस के सुसमाचार (7:1-10) का हवाला देते हुए,“हमें राजनीति पर चर्चा करने के लिए नहीं बल्कि प्रार्थना करने के लिए आमंत्रित करते हैं।

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16 September 2019, 17:10
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