संत मर्था में ख्रीस्तयाग करते हुए संत पापा संत मर्था में ख्रीस्तयाग करते हुए संत पापा  (Vatican Media)

ईश्वर दयालु हैं किन्तु वे क्रोध भी करते हैं

वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए संत पापा फ्राँसिस ने प्रवचन में ईश्वर की दया पर चिंतन करते हुए अंतःकरण की जाँच करने हेतु प्रेरित किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

संत पापा ने कहा, "हमें रूकना, अपनी गलतियों पर गौर करना और इस बात के प्रति सचेत होना है कि अंत किसी भी समय आ सकता है।"

प्रवचन में संत पापा ने प्रवक्ता ग्रंथ से लिए गये पाठ पर चिंतन किया जिसमें लेखक मन-परिवर्तन का आह्वान करते हुए कहते हैं कि हमें अपने हृदय की वासनाओं को पूरा नहीं करना चाहिए तथा यह नहीं कहना चाहिए कि मुझपर किसी का अधिकार नहीं क्योंकि प्रभु अवश्य दण्ड देगा।

वासना का दबाव

संत पापा ने कहा, "प्रज्ञा की आवश्यकता हमें प्रतिदिन है। जो जीवन पर चिंतन करने एवं रूककर अपने जीवन पर गौर करने से उत्पन्न होती है। यह सलाहों को मानने से आती है जैसा कि प्रवक्ता ग्रंथ में पुत्रों को पिता एवं दादा-दादी को सुनने की बात कही गयी है।"

"अपनी वासनाओं को पूरा मत करो।" उन्होंने कहा कि हम सभी में वासनाएँ हैं किन्तु हमें सावधान रहना चाहिए और उन्हें अपने नियंत्रण में रखना चाहिए। यह बुरी चीज नहीं है और कई अच्छे कार्यों को सम्पन्न कर सकती है किन्तु यदि हम उन्हें अपने नियंत्रण में न रखें, तब यह हम पर हावी हो जाएगा।     

मन-परिवर्तन करने में देर न करें

संत पापा ने कहा, हम अमर नहीं हैं अतः ईश्वर की असीम दया पर भरोसा रखते हुए, जो चाहें सो न करें। हमें नहीं कहना चाहिए कि ईश्वर की दया महान है वे मेरे सभी पाप क्षमा कर देंगे अतः मैं जैसा चाहता हूँ वैसा कर सकता हूँ। हम मन परिवर्तन के लिए इंतजार न करें बल्कि अपने जीवन को बदलें। बदलाव लाने में देर न करें क्योंकि प्रभु का क्रोध अचानक भड़क उठेगा।

हृदय परिवर्तन के लिए 5 मिनट

संत पापा ने विश्वासियों को सलाह देते हुए कहा कि वे अपना हृदय परिवर्तन करने के लिए इंतजार न करें। जीवन में बदलाव लाने को न टालें। उन्होंने कहा, "आइये हम रोज दिन अंतःकरण की जाँच करें ताकि अपना हृदय प्रभु के लिए बदल सकें क्योंकि हम में से कोई नहीं जानता कि जीवन का अंत कब होगा। दिन के अंत में पाँच मिनट तक अंतःकरण की जाँच हमें हृदय परिवर्तन कर, प्रभु की ओर बढ़ने में मदद देगा। प्रभु हमें प्रज्ञा प्रदान करे ताकि हम उनके रास्ते पर चल सकें।"

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28 February 2019, 16:19
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