देवदूत संदेश ने मानव इतिहास बदला, संत पापा
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 20 दिसम्बर 18 (रेई)˸ वाटिकन स्थित प्रेरित आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में बृहस्पतिवार 20 दिसम्बर को ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए संत लूकस रचित सुसमाचार पर चिंतन किया जहाँ ईश्वर विस्मित करते हैं, वे मानव के भाग्य को बदल देते हैं।
संत पापा ने प्रवचन में मानव इतिहास के निर्णायक घड़ी पर प्रकाश डाला जो एक क्रांतिकारी समय था। संत पापा ने कहा कि वह एक आवेगपूर्ण स्थिति थी जिसमें सब कुछ बदल गया, मानव इतिहास में पूरी तरह परिवर्तन आ गया। उन्होंने कहा कि क्रिसमस के दिन और जब कभी हम इस विश्वास की घोषणा करते हैं तब हम घुटनी टेकते हैं क्योंकि यह एक ऐसा समय है जब जड़ सहित सब कुछ बदल दिया गया।
संत पापा ने कहा कि आज की धर्मविधि के भजन अनुवाक्य में येस्से के धड़ की ओर ध्यान आकृष्ट किया गया है, जिससे एक टहनी निकली। ईश्वर ने अपने को दीन बनाया और मानव इतिहास में प्रवेश किया तथा मनुष्यों को विस्मित किया। वे आज हमें पुनः विस्मित करते हैं।
संत पापा ने देवदूत संदेश का पुनः एक बार पाठ किया तथा विश्वासियों को उस पर चिंतन करने का आह्वान किया।
''पवित्र आत्मा आप पर उतरेगा और सर्वोच्च प्रभु की शक्ति की छाया आप पर पड़ेगी। इसलिए जो आप से उत्पन्न होंगे, वे पवित्र होंगे और ईश्वर के पुत्र कहलायेंगे। देखिए, बुढ़ापे में आपकी कुटुम्बिनी एलीजबेथ के भी पुत्र होने वाला है। अब उसका, जो बाँझ कहलाती थी, छठा महीना हो रहा है; क्योंकि ईश्वर के लिए कुछ भी असम्भव नहीं है।'' मरियम ने कहा, ''देखिए, मैं प्रभु की दासी हूँ। आपका कथन मुझ में पूरा हो जाये।'' और स्वर्गदूत उसके पास से चला गया।"
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