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मुम्बई  का एक स्कूली कक्ष  (प्रतीकात्मक तस्वीर)  मुम्बई का एक स्कूली कक्ष (प्रतीकात्मक तस्वीर)   (AFP or licensors)

फिल्म निर्माता बनी भारतीय धर्मबहन ने लूटी वाहवाही

मुम्बई शहर में सेवारत येसु एवं मरियम को समर्पित जीज़स एण्ड मेरी कॉन्वेन्ट की काथलिक धर्मबहन सि. जोसफीना आलबुकर्क को उनकी एक लघु फिल्म एवं फोटोग्राफिक दस्तावेजीकरण के लिये पुरस्कृत किया गया है।

वाटिकन सिटी

मुम्बई, शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 (ऊका समचार): मुम्बई शहर में सेवारत येसु एवं मरियम को समर्पित जीज़स एण्ड मेरी कॉन्वेन्ट की काथलिक धर्मबहन सि. जोसफीना आलबुकर्क को उनकी एक लघु फिल्म एवं फोटोग्राफिक दस्तावेजीकरण के लिये पुरस्कृत किया गया है।

ज़ीरो-बजट फिल्म कामयाब

सि. जोसफीना आलबुकर्क विगत बीस वर्षों से मुम्बई में शिक्षा प्रदान करने और साथ ही दो हाईस्कूलों के प्रधानाचार्य पद पर काम करती रही हैं।

सि. जोसफीना आलबुकर्क को 14 अगस्त को उनकी ज़ीरो-बजट फिल्म, "डी फॉर डंबो" के लिये उन्हें मुंबई के बांद्रा में सेंट पॉल कम्युनिकेशन सेंटर द्वारा प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। इस फिल्म को एक साधारण मोबाइल फोन पर शूट किया गया था।

सात मिनट की उक्त फिल्म चौथी कक्षा के एक छात्र के जीवन पर आधारित है, जिसे गणित सीखने में कठिनाई होती है, लेकिन जो कहानी सुनाने में उत्कृष्ट है। इस फिल्म को 23-24 सितंबर को स्वतंत्र फिल्मों का प्रदर्शन करने वाले ऑनलाइन एएलपी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग के लिए भी चुना गया है।

लक्ष्य सुसमाचारी मूल्यों का प्रसार

ऊका समाचार से बातचीत में 45 वर्षीया सि. जोसफीना आलबुकर्क ने कहा, "मैं इस पुरस्कार और मान्यता के लिये हृदय से आभारी हूं।" उन्होंने कहा कि वे हमेशा से "खुद को कक्षा तक सीमित रखने के बजाय सुसमाचार मूल्यों के साथ व्यापक और विविध दर्शकों तक पहुंचना चाहती थीं।"

सि. आलबुकर्क ने कहा कि "डी फॉर डंबो" फिल्म बनाने की प्रेरणा उन्हें वास्तविक जीवन के अनुभव से मिली। रुद्र यादव ने अंधेरी उपनगर में उनके धर्मसंघ द्वारा संचालित सेंट जॉन द इवेंजलिस्ट स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ाई की थी, जहां वे  पहले पांच साल तक प्रिंसिपल पद पर रही थीं।

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08 September 2023, 11:25