शरणार्थियों की पुकार को विश्व में पहुँचा सकते हैं, पत्रकार
वाटिकन सिटी
कम्पाला, शुक्रवार, 14 जुलाई 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): यूगाण्डा के कम्पाला में शहर में इस समय जारी विश्वव्यापी काथलिक संचार और सम्प्रेषण माध्यम सम्बन्धी संगठन "सिगनिस" के सम्मेलन में प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए मानव विकास सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल माईकिल सेर्नी ने पत्रकारों का आह्वान किया कि वे शरणार्थियों की पुकार को विश्व के कोने-कोने तक पहुँचायें।
कार्डिनल ने कहा कि काथलिक मीडिया रचनात्मक ढंग से मैत्री एवं पुनर्मिलन को बढ़ाने के लिये योगदान दे सकता है, जिससे सभी सामाजिक घटकों के बीच सम्मानजनक संवाद को प्रोत्साहन मिले।
कम्पाला में जारी सम्मेलन में इन दिनों कलीसियाई और सरकारी अधिकारियों तथा यूगाण्डा के नागरिक समाज के प्रतिनिधियों सहित संचार माध्यम के कार्यकर्त्ताओं के बीच विचार-विमर्श जारी है, ताकि उन लोगों की मदद की जा सके जो बेहतर जीवन की तलाश में अपनी मातृभूमि छोड़ने के लिये बाध्य होते हैं। सम्मेलन में विश्व के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग पचास पत्रकार विशद विचार-विमर्श के लिये एकत्र हुए हैं। सम्मेलन का लक्ष्य उपयुक्त एवं उचित प्रवासन नीतियों की तलाश करना है।
आप्रवासियों की आवाज़ सुनना
कार्डिनल माईकिल सर्नी ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि काथलिक मीडिया में कार्यरत पत्रकारों एवं सम्प्रेषकों की ज़िम्मेदारी है कि वे अपने कार्यों द्वारा अखण्ड मानव विकास में योगदान प्रदान करें। अपने सन्देश में कार्डिनल सेर्नी ने लिखा, "पत्रकार के रूप में, आप उनकी पुकार सुनने और उनकी आकांक्षाओं को दुनिया के सामने लाने की एक अनोखी स्थिति में हैं।"
इस बात की उन्होंने पुष्टि की कि आज लगभग तीन करोड़ पचास लाख शरणार्थी अपने घरों को छोड़ने तथा अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को पार करने के लिये मजबूर हैं, इसके अलावा 07 करोड़ दस लाख लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हैं।
कार्डिनल सेर्नी ने कहा कि "जब तक उन कारणों पर ध्यान नहीं दिया जायेगा जो उन्हें पलायन के लिए मजबूर करते हैं, कोई समाधान नहीं मिल सकता है।"
तबाही रोकें
सन्त पापा के शब्दों का उल्लेख कर उन्होंने कहा, "इन कारणों को खत्म करने और इस प्रकार जबरन प्रवासन को समाप्त करने के लिए, सभी की ज़िम्मेदारियों का सम्मान करते हुए, एक साझा प्रतिबद्धता की आवश्यकता है। यह प्रतिबद्धता यह पूछने से शुरू होती है कि हम क्या कर सकते हैं, लेकिन यह भी कि हमें क्या करना बंद करना चाहिए। हमें इसके लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए कि हथियारों की दौड़, आर्थिक उपनिवेशवाद, अन्य लोगों के संसाधनों की लूट और हमारे आम घर की तबाही को हम रोकें।"
पत्रकारों की भूमिका
कार्डिनल सेर्नी ने पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों को उनकी ज़िम्मेदारीयों का स्मरण दिलाते हुए कहा कि यह शांति की संस्कृति को बढ़ावा देने का सवाल है और इसलिए पत्रकारों के लिए यह आवश्यक है कि वे "संचार के गैर-शत्रुतापूर्ण स्वरूप को बनाए रखें तथा "एक सम्मानजनक संवाद" की बहाली का हर सम्भव प्रयास करें।"
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