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धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के महासचिव कार्डिनल मारियो ग्रेच धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के महासचिव कार्डिनल मारियो ग्रेच  

यूएस धर्माध्यक्षों से कार्डि. ग्रेच ˸ झुण्ड को सुनने से नहीं डरनेवाले चरवाहे बनें

धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के महासचिव कार्डिनल मारियो ग्रेच ने एक वीडियो संदेश में अमरीका के धर्माध्यक्षों को कलीसिया की सिनॉडल प्रक्रिया में प्रोत्साहन दिया है और उनसे आग्रह किया है कि वे कलीसिया में विश्वासियों की आवाज सुनें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 18 नवम्बर 2021 (वीएनएस)- धर्माध्यक्षीय धर्मसभा (सिनॉड) के महासचिव ने अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन को एक संदेश भेजा, जब वे 15-18 नवम्बर को मेरी लैंड के बेल्टिमोर में एक सभा में भाग ले रहे हैं।

वीडियो संदेश में कार्डिनल ग्रेच ने अमरीकी धर्माध्यक्षों को स्मरण दिलाया है कि सिनॉड एक आध्यात्मिक यात्रा है और पवित्र आत्मा द्वारा प्रेरित और संचालित घटना है, अतः कई गवाहों को प्राप्त करने के बाद साथ ही साथ, धर्माध्यक्षीय धर्मसभा, धर्मप्रांतों, पल्लियों या संगठनों से ईश प्रजा का परामर्श लेने के बाद, चिन्ह स्पष्ट है कि पवित्र आत्मा क्रियाशील है।  

कलीसिया के लिए आम प्रतिबद्धता का उपहार

कार्डिनल ग्रेच ने उन्हें सम्बोधित करने के अवसर को एक उपहार कहा क्योंकि वे उनके साथ, एक आम प्रतिबद्धता एवं कलीसिया के प्रति चिंता को साझा कर पा रहे हैं।

उन्होंने याद दिलाया कि पोप हमसे पुनः खोज करने का आह्वान करते हैं ताकि हम साक्ष्य के एक प्रभावशाली रास्ते पर एक साथ चल सकें और एक तीर्थयात्री एवं ईश्वर की मिशनरी प्रजा के रूप में कलीसिया के स्वभाव का अभ्यास कर सकें।

इस आलोक में सिनॉडालिटी कलीसिया होने का एक रास्ता, संस्कृति या मानसिक सुंदरता हो सकती है एवं एकता, सहभागिता और मिशन के केंद्रीय मूल्य को प्रकट कर सकती है।  

सिनॉडालिटी के आयाम

कार्डिनल ने सिनॉडालिटी के 7 आयामों पर प्रकाश डाला˸

- कार्डिनल ने गौर किया कि सिनॉडलिटी प्रत्यक्ष मनोभाव को प्रकट करती है कि हम सभी ईश्वर की ओर एक आम यात्रा पर हैं जिसमें हमारी आम मानवता और बपतिस्मा में हमारी साझा प्रतिष्ठा, एक यात्रा को केंद्रीय आधार प्रदान करती हैं। इस सच्चाई के आधार पर हम सभी "एक साथ होने" के रास्ते का अवलोकन करने के लिए निमंत्रित किये जाते हैं। हमें बपतिस्मा प्राप्त व्यक्तियों के रूप में, साथ ही साथ, लोकधर्मी, समर्पित और अभिषिक्त याजकों के बीच हमारे संबंधों पर चिंतन करना है।  

- सिनॉडालिटी हमें वार्ता करने, निर्णय लेने और आत्मपरख करने के हर अवसर को हमें गहराई से समझने में मदद देती है। यह ईश्वर की इच्छा है जिसपर हम आत्मपरख और खोज करना चाहते हैं न कि खुद की इच्छा पर। अतः हमें एक-दूसरे को सुनने का प्रोत्साहन दिया जाता है ताकि हम आज की दुनिया में पवित्र आत्मा की आवाज को अच्छी तरह सुन सकें।

- सिनॉडालिटी हमें लगातार एवं जोरदार प्रयास करने के लिए प्रेरित करती है कि हम जीवन के हर आयाम में कलीसिया के साथ गहरा संबंध बनायें। इसमें, वार्ताकारों को उनके मूल्य और महत्व की खोज के लिए आमंत्रित किया जाता है, कि गरीब सहित हर कोई मूल्यवान है।

- सिनॉडालिटी सुनने की सच्ची नैतिकता को लाती है जो समुदाय के सभी सदस्यों को सीखने और ईमानदारी एवं उदारता में संलग्न करता है।

- यह "सभी की ओर से दृढ़ता से आयोजित पदों और लक्ष्यों को छोड़ने और संवाद एवं सामूहिक निर्णय लेने की संस्कृति को अपनाने की इच्छा की मांग करता है, और इस तथ्य के प्रति सचेत करता है कि ऐसा करने पर हम वास्तव में सक्षम और समृद्ध हो सकते हैं।"

- इसी तरह, सिनॉडालिटी उस जिम्मेदारी और तत्परता की मांग करती है जिससे पहचाना जा सके कि कलीसिया किस तरह पुरुषों, महिलाओं, बच्चों तथा परिवारों को घायल करती है।"

- अंत में, सिनॉडालिटी एक मिशनरी पहुंच और एक सुसमाचार प्रचार के महान रास्ते के लिए एक निमंत्रण है ताकि हम जिस दुनिया में रहते हैं उसके प्रति वचनवद्ध हो सकें। हम अपने आप से पूछ सकते है कि हम आज दुनिया के सामने किस तरह की कलीसिया प्रस्तुत करना चाहते हैं? हमें समाज को क्या योगदान देना है? हम इसे किस तरह कर सकते हैं?

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18 नवंबर 2021, 16:34