इराक में प्रदर्शनकारी इराक में प्रदर्शनकारी 

कार्डिनल साको द्वारा इराकी राजनीतिज्ञों से अपील

"राजनीतिज्ञों को साहसपूर्वक, तर्क एवं शांति को अपनाते हुए तथा तनाव को दूर करते हुए वार्ता के लिए आगे बढ़ना है।" उक्त अपील खलदेई प्राधिधर्माध्यक्ष कार्डिनल लुईस रफाएल साको ने इराकियों से की ताकि विगत 10 अक्टूबर के विधायी चुनाव में तनाव उत्पन्न न हो।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

इराक, मंगलवार, 19 अक्तूबर 2021 (वीएनएस)- चुनाव की तारीख में कम मतदान दर्ज किया गया; लगभग 21 मिलियन मतदाताओं में से 41% ने ही मतदान किया और परिणामों ने शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर के नेतृत्व वाले ब्लॉक की संसद में बहुमत की पुष्टि की, जिनके विधानसभा में 329 सीटों में से 73 पर कब्जा करने की उम्मीद है। फ़तह गठबंधन, शिया, के लिए भी 14 सीटें होनी चाहिए, जो पिछली विधायिका की तुलना में 34 कम है। आंदोलन ने वोट को स्वीकार नहीं किया अतः दो गुटों के बीच संघर्ष की संभावना है। पारंपरिक रूप से एक शिया मुस्लिम, नए प्रधानमंत्री पर एक समझौते पर पहुंचना आसान नहीं होगा।

अल सदर इराक के आंतरिक राजनीति पर अमरीका और इरानी प्रभाव खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने फ़तह के प्रतिनिधित्व वाली पॉपुलर मोबिलाइज़ेशन फोर्स की आलोचना की है, जिसे 2014 में स्थापित किया गया था, जिसने तथाकथित इस्लामिक स्टेट की हार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। पॉपुलर मोबिलाइज़ेशन फोर्स – हशद अल शाबी –इराकी राज्य के सुरक्षा तंत्र में एकीकृत, 2018 में अपने प्रतिनिधियों को संसद के लिए निर्वाचित कराने में कामयाब रहे। जिसे देश में इरानियों के बढ़ते प्रभाव के चिन्ह के रूप में देखा गया था। लेकिन 2019 में, जब युवा नेतृत्व वाले तिशरीन आंदोलन ने घरेलू राजनीति में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, सेवाओं की कमी और विदेशी प्रभाव के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू किया, तो हशद अल शाबी ने हिंसा के साथ शिकायतों को रोक दिया।

10 अकटूबर के वोट में कम लोगों की सहभागिता जिसने सड़क पर विरोध प्रदर्शनों का जवाब देने के लिए 2022 लोगों को आगे बढ़ाया, इसे एक ऐसा तरीका माना गया जिसमें जनसंख्या सत्ता में पार्टियों के प्रति अपनी असहमति व्यक्त करना चाहती थी, खासकर इसलिए कि प्रदर्शनों में किए गए अधिकांश अनुरोधों को अनसुना कर दिया गया। कार्डिनल साको ने नागरिकों से देश की भलाई के लिए अपील करते हुए कहा कि "राजनीतिक ब्लॉक" किसी के काम का नहीं है। विजेताओं के लिए आनन्द मनाना उचित है किन्तु उन्हें हारने वालों को तोड़ने का कोई अधिकार नहीं है। जो मानते हैं कि अन्याय हो रहा है उन्हें न्याय की मांग करनी चाहिए, हथियार का प्रयोग करने के बदले न्यायतंत्र की ओर बढ़ना चाहिए।

कार्डिनल ने कहा कि नागरिकों की शांति, राष्ट्रीय एकता एवं सुरक्षा को दरकिनार करना एक महापाप है। जीतना और हारना जीवन का नियम है। उनकी उम्मीद है कि राजनीतिज्ञ समझ जायेंगे कि अधिकांश नागरिकों की वोट देने की अनिच्छा उनकी निराशा व्यक्त करती है।" कार्डिनल ने इराक को सुरक्षित करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने हेतु आमंत्रित किया।

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19 October 2021, 16:41