हंगरी में यूखरिस्त की आराधना करते विश्वासी हंगरी में यूखरिस्त की आराधना करते विश्वासी 

बुड्ढापेस्ट ˸ यहूदी-ख्रीस्तीय वार्ता

बुडढापेस्ट में 52वें अंतरराष्ट्रीय यूखरीस्तीय सम्मेलन का उद्घाटन 5 सितम्बर को हुआ, जिसकी पूर्व संध्या को डोहनी स्ट्रीट सभागृह में यहूदी-ख्रीस्तीय "वार्ता" शीर्षक पर एक संगीत समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम की शुरूआत एज़तेरगोम-बुड्ढापेस्ट के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल पीटर एरदो और प्रमुख रब्बी रोबर्ट फ्रोलिक के स्वागत भाषण से हुई।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

बुडढापेस्ट, बृहस्पतिवार, 5 सितम्बर 2021 (रेई)- दो धर्मों के बीच संवाद पर ध्यान केंद्रित करते हुए, यहूदी और काथलिक कलीसिया संगीत व्याख्या में भजन प्रस्तुत किए गए।

स्वागत भाषण में कार्डिनल एरदो ने कहा कि यह संगीत कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय यूखरीस्तीय कांग्रेस के समारोह को एक तरह से भावनात्मक 'धुन में आना' था। उन्होंने यूखरिस्त शब्द के अर्थ पर जोर देते हुए कहा कि यह यूखरिस्त हमें अंतिम व्यारी और येसु की याद दिलाता है।

उन्होंने याद किया कि येसु ने धन्यवाद की प्रार्थना पढ़ी, रोटी तोड़ी और अपने शिष्यों को दिया, इस तरह उन्होंने सुसमाचार के माध्यम से पवित्र यूखरिस्त संस्कार की स्थापना की। यह धन्यवाद ज्ञापन है जिसे यूखरिस्त की संज्ञा दी गई है। लातीनी धर्मविधि का हवाला देते हुए महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि इसमें पूरी तरह येसु की क्रिया के मूल को बचाकर रखा गया है। येसु ने ईश्वर को धन्यवाद दिया और आशीष की प्रार्थना पढ़ी। हम अंतिम व्यारी के कमरे में हैं जहाँ उन्होंने पुरानी परम्परा के अनुसार पास्का भोज के पहले आशीष दी। कार्डिनल ने गौर किया कि यूखरिस्त के द्वारा हम एक साथ आते हैं। उन्होंने कहा कि स्तोत्र को सुनकर हम पूरी तरह समझ सकते हैं कि हमारा एक आम खजाना है और कि हम एक ही जड़ से पोषित होते हैं। "हमारे सर्वशक्तिमान प्रभु, आज हमारे लिए इसे जीवनदायिनी संसाधन के रूप में स्वीकार करने की कृपा दें!”

हंगरी के प्रमुख रब्बी रोबर्ट फ्रोलिक ने अपने स्वागत भाषण में जोर देते हुए कहा कि पिछले कुछ दशकों में हम ख्रीस्तीय और यहूदी लोगों ने विभाजन की दीवार को तोड़ने का बहुत प्रयास किया है जिसने हमारे अतीत को भार दिया। हम सभी ने एक-दूसरे को अजनबी की नजरों से देखने के बदले भावी मित्र एवं मानवता में भाई-बहन के रूप में पहचानने की बहुत कोशिश की है।

प्रमुख रब्बी के लिए शनिवार शाम का संगीत समारोह, एक आशा की ऐतिहासिक सभा थी जिसमें हम फिर एक साथ आये और यहूदी तथा ख्रीस्तीय एक-दूसरे से बड़े सम्मान के साथ मिलकर, आपसी मानवीय समझदारी और सच्चा भाईचारा पूर्ण संबंध से जीना शुरू किया।   

हंगरी के यहूदी समुदाय के अध्यक्ष अंद्रेयस हैइसलर ने यूखरिस्तीय सम्मेलन एवं "वार्ता" संगीत समारोह के बीच परस्पर संबंध पर प्रकाश डाला। उन्होंने कार्यक्रम से पहले कहा कि हंगरी में यहूदी-ख्रीस्तीय वार्ता एवं सहयोग वास्तव में विद्यमान है। शाम के कार्यक्रम का महत्व बतलाते हुए उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में काथलिक कलीसिया के कई सम्मानित व्यक्ति सहभागी हो रहे हैं जिसे प्रतीकात्मक रूप से यूरोप के सबसे बड़े सभागृह में आयोजित किया गया है। यह एक विशेष कृपा का समय होगा।  

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09 September 2021, 16:59