काबूल हवाईअड्डे के इर्द-गिर्द जमा लोग अफ़गानिस्तान से पलायन की तैयारी में, तस्वीरः20.08.2021 काबूल हवाईअड्डे के इर्द-गिर्द जमा लोग अफ़गानिस्तान से पलायन की तैयारी में, तस्वीरः20.08.2021  

अफ़गानिस्तान पर पश्चिमी जगत के धर्माध्यक्ष

पश्चिमी राष्ट्रों के काथलिक धर्माध्यक्षों ने अफ़गानिस्तान में उत्पन्न नये संकट पर गहन चिन्ता व्यक्त करते हुए संयुक्त राज्य अमरीका और यूरोप की सरकारों का आह्वान किया है कि वे, तालेबान के दमनचक्र के भय से, अफ़गानिस्तान का पलायन करनेवाले शरणार्थियों को शरण प्रदान करने का हर सम्भव प्रयास करें।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 20 अगस्त 2021 (वाटिकन न्यूज़): पश्चिमी राष्ट्रों के काथलिक धर्माध्यक्षों ने अफ़गानिस्तान में उत्पन्न नये संकट पर गहन चिन्ता व्यक्त करते हुए संयुक्त राज्य अमरीका और यूरोप की सरकारों का आह्वान किया है कि वे, तालेबान के दमनचक्र के भय से, अफ़गानिस्तान का पलायन करनेवाले शरणार्थियों को शरण प्रदान करने का हर सम्भव प्रयास करें।

अफ़गानिस्तान में उत्पन्न गम्भीर स्थिति के मद्देनज़र पश्चिमी राष्ट्रों के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों ने वार्ताओं का आह्वान किया है तथा देश से पलायन करनेवाले हज़ारों लोगों की मदद की अपील की है, विशेष रूप से, उन लोगों की जिन्होंने विगत 20 वर्षों के दौरान पश्चिमी राष्ट्रों के सैन्य मिशनों को समर्थन दिया था।

अत्यंत तत्परता ज़रूरी

अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की आप्रवास एवं न्याय एवं शांति सम्बन्धी समितियों के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष मारियो डॉरसनविले तथा धर्माध्यक्ष डेविड मालोय ने एक वकतव्य जारी कर अमरीका की सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि इस समय "जीवन को संरक्षित करने के सभी तरीकों पर विचार करते हुए, अत्यंत तत्परता के साथ कार्य करना अनिवार्य है।"

धर्माध्यक्षों ने इस ओर ध्यान आकर्षित कराया कि काथलिक संगठन अफगानी शरणार्थी एवं उनके परिवारों की सहायता में सरकार की मदद कर रहे हैं तथा अपने सहायता अभियान को तब तक जारी रखेंगे जब तक लोगों को पूर्ण सुरक्षा प्राप्त नहीं हो जाती।   

अमरीकी धर्माध्यक्षों ने कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस के साथ मिलकर वे "अफगानिस्तान में शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं ताकि हथियारों का कोलाहल बंद हो और बातचीत की मेज़ पर समाधान खोजा जा सके।'"

एक विनाशकारी पराजय

इसी बीच, यूरोप में, जर्मन काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष गेओर्ग बेट्सिंग ने कहा कि वे "उन लोगों की व्यापक पीड़ा एवं लाचारी के प्रति क्षुब्ध हैं जिनसे उनका भविष्य छीना जा रहा था।"

उन्होंने कहा, "तालिबान द्वारा अफ़गानिस्तान का अधिग्रहण संयुक्त राज्य अमरीका तथा जर्मनी सहित उसके समस्त सहयोगी देशों के लिये एक विनाशकारी पराजय का प्रतिनिधित्व करता है।" उन्होंने सचेत किया कि "अफ़गानिस्तान को तालिबान के सिपुर्द कर देने से हज़ारों लाखों नागरिकों की जान जोखिम पड़ गई है तथा विगत वर्षों में जो आशा की किरण जागी थी वह बुझ गई है।"  

धर्माध्यक्ष बेट्सिंग ने यूरोपीय संघ का आह्वान किया कि वह उन सब अफ़गानी नागरिकों की सहायता के लिये तत्पर रहे जिन्होंने उदारतापूर्वक अमरीका और यूरोप के सैन्य मिशनों में मदद प्रदान की थी। साथ ही उन्होंने समस्त काथलिक धर्मानुयायियों से अफ़गानिस्तान के पीड़ितों के लिये प्रार्थना की अपील की।      

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20 August 2021, 11:18