मडागास्कर में भूख का सामना कर रहे बच्चे और महिलाओं को विश्व खाद्य सुरक्षा द्वारा मदद मडागास्कर में भूख का सामना कर रहे बच्चे और महिलाओं को विश्व खाद्य सुरक्षा द्वारा मदद 

सूखे, भूख से त्रस्त मडागास्कर के लिए जर्मन धर्माध्यक्षों की अपील

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट ने मडागास्कर को दुनिया के दो सबसे नए "उच्चतम अलर्ट" भूखमरी वाले हॉटस्पॉट में से एक के रूप में चुना है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

जर्मनी, शनिवार,31 जुलाई 2021(वाटिकन न्यूज) : कीड़े, मिट्टी और पत्ते ही एकमात्र ऐसे भोजन हैं जिस पर मडागास्कर की आबादी इस समय जीवित रह सकती है, एक गंभीर सूखे के कारण, जिसने हाल के हफ्तों में, विकट-अकाल की स्थिति पैदा कर दी है। जर्मनी के काथलिक धर्माध्यक्षों ने विश्वव्यापी कलीसिया के लिए अपने आयोग के माध्यम से चेतावनी दी।

आयोग के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष लुडविग स्किक ने एक बयान में लिखा, “स्थिति विनाशकारी है और भूख भयावह तरीके से व्याप्त है। इसलिए, मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भयानक अकाल से बचने के लिए शीघ्रता से कार्य करने की अपील करता हूँ। ” उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कई परिवार पहले ही "रेतीले तूफ़ान और सूखे खेतों" के कारण अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं। मडागास्कर का दक्षिण भाग विशेष रूप से प्रभावित है, जहां जनसंख्या केवल "विदेशी मानवीय सहायता" के द्वारा ही अब तक जीवित है।

अस्तित्व का प्रश्न

उन्होंने कहा, "अब तक शिशु और बच्चे सिर्फ त्वचा और हड्डियाँ मात्र रह गये हैं। इसके लिए सभी के मदद की जरूरत है, क्योंकि "समर्थन उपायों के बिना, थोड़े समय में भूखे लोगों की संख्या दोगुनी हो जाएगी। इस खतरनाक परिदृश्य का सामना करते हुए, वैश्विक समुदाय का कर्तव्य है कि वह जनसंख्या की अस्तित्व को बचाने के लिए जल्द कदम उठाये।" महाधर्माध्यक्ष लुडविग ने  अंतरराष्ट्रीय कारितास और मिसेरियोर को योगदान देने के लिए आमंत्रित किया।

अंतरराष्ट्रीय कारितास दुनिया भर में 200 से अधिक देशों और क्षेत्रों में सक्रिय 165 काथलिक राहत, विकास और सामाजिक सेवा संगठनों का परिसंघ है। मिसेरियोर विकास सहयोग के लिए जर्मन काथलिक धर्माध्यक्षों का संगठन है।

एक अधिक न्यायपूर्ण विश्व

मई 2018 में, अभिन्न मानव विकास के विषय पर राजधानी एंटानानारिवो में आयोजित जर्मन-अफ्रीकी धर्माध्यक्षों की आठवीं बैठक के अवसर पर, महाधर्माध्यक्ष शिक ने अफ्रीकी देश में एक जर्मन धर्माध्यक्षों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था। बैठक के अंत में दोनों देशों के धर्माध्यक्षों ने एक बयान जारी कर "एक अधिक न्यायपूर्ण विश्व बनाने" के लिए अपनी प्रतिबद्धता का वचन दिया, क्योंकि "सभी मानव प्राणियों को पर्याप्त पोषण, पीने के लिए पानी, शिक्षा और चिकित्सा सहायता और एक सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार है।"

संयुक्त राष्ट्र का अलार्म

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट ने शुक्रवार को मडागास्कर सहित दुनिया के 23 भूखों वाले हॉटस्पॉट में तीव्र खाद्य असुरक्षा के बारे में चिंता जताई। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) और विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) की रिपोर्ट में "हंगर हॉटस्पॉट्स" शीर्षक से अगस्त से नवंबर 2021 में इथियोपिया और मडागास्कर को दुनिया के सबसे नए "उच्चतम अलर्ट" भूख हॉटस्पॉट के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है।

दक्षिणी मडागास्कर में, 40 वर्षों में सबसे खराब सूखा, बढ़ती खाद्य कीमतें, रेत के तूफान और मुख्य फसलों को प्रभावित करने वाले कीटों के कारण वर्ष के अंत तक 28,000 लोगों को अकाल जैसी स्थिति में धकेलने की उम्मीद है।

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31 July 2021, 14:37