ऑस्ट्रिया का भूखमरी के खिलाफ एक अभियान
वाटिकन सिटी - उषा मनोरमा तिर्की
ऑस्ट्रिया, बृहस्पतिवार, 29 जुलाई 2021 (वीएनएस)- ऑस्ट्रिया की काथलिक कलीसिया 30 जुलाई को दोपहर 3.00 बजे घंटी बजाकर भूखमरी के खिलाफ एक अभियान जारी करेगी।
ऑस्ट्रिया के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के समर्थन में कारितास ऑस्ट्रिया 30 जुलाई को भूखमरी के खिलाफ एक अभियान जारी करेगा। अभियान के तहत दोपहर 3.00 बजे पाँच मिनट तक घंटी बजायी जायेगी। घंटी उन पुरूषों, महिलाओं और बच्चों की ओर ध्यान खींचने के लिए लगायी जाएगी जो हर रोज भूख और भूखमरी के परिणामों के कारण मर रहे हैं।
कारितास ऑस्ट्रिया के वेबसाईट में कहा गया है कि विश्व में करीब 820 मिलियन लोग भूख से पीड़ित हैं और पिछले साल से कोविड-19 महामारी के कारण लगे प्रतिबंधों के कारण भूख से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ गई है, खासकर अफ्रिका में, जहाँ कई तनावों और फसलों पर प्राकृतिक आपदाओं के बीच कोरोनावायरस ने स्थिति को अधिक गंभीर बना दया है।
कारितास ऑस्ट्रिया ने याद किया है कि अफ्रीका में हर तीन में से एक बच्चा कुपोषण का शिकार है। अतः यह अनिवार्य है कि उन लोगों को न छोड़ दिया जाए जो प्रतिदिन भूख और जीने के लिए संघर्ष का सामना करते हैं। अभियान का शीर्षक है, "ग्लोकेनलौटेन गेगेन देन हंगर"। यह एकात्मता का चिन्ह है किन्तु भूखे लोगों के प्रति कार्य और प्रतिबद्धता की भी याद दिलाती है।
ऑस्ट्रेलियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष मोनसिन्योर फ्रांज लैकनर ने कहा, “हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं जहाँ भूख अब भी एक कड़वी सच्चाई है और हमें मदद करना चाहिए जहाँ हम कर सकते हैं।”
महाधर्माध्यक्ष सालजबर्ग के अनुसार घंटी की आवाज चिंतन हेतु प्रोत्साहन हैः यह प्रार्थना करने का निमंत्रण देता, प्रतिदिन के दिनचार्य से बाहर निकालता और हमारा ध्यान हमारे आस-पास और दुनिया में क्या हो रहा है उसकी ओर खींचता है।
संत पापा ने, एक ऐसी दुनिया में जो सभी लोगों के लिए पर्याप्त भोजन उत्पन्न करती है भूखमरी के "कलंक" की निंदा की है और कहा है कि यह एक अपराध है जो “मौलिक मानव अधिकार का उलंघन करता है।”
उन्होंने जोर दिया कि ठोस कदमों एवं सही अभ्यासों से और साहसी स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय राजनीति के द्वारा इस अन्याय से लड़ना, सभी का कर्तव्य है।
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